NFT क्या है और कैसे काम करता है?

मुद्रा का प्रचलन

इस संसार में न जाने कितने प्रकार की करेंसी पाई जाती है। प्रत्येक देश की अपनी अलग मुद्रा है, जिसे फंजिबल (Tangible) कहते हैं, फंजिबल मुद्रा जिसे हम अपने दिनचर्या में प्रयोग करते हैं।

जब दुनिया की शुरुआत हुई, उस समय काली मिट्टी से बने हुए सिक्के चलते थे, जिन पर उस समय के राजा की मोहर लगी होती थी। धीरे-धीरे प्रचलन बढ़ा और वह सिक्के लोहे में परिवर्तित हो गए, इसके बाद तांबा, चांदी और सोने की मुद्राएं प्रचलन में चलने लगीं, बदलते समय के अनुसार, वर्तमान समय में चल रही मुद्रा अर्थात कागजी मुद्रा का प्रचलन (चीन से) प्रारंभ हो गया, जो आज तक जारी है। मगर इसके अलावा भी कुछ मुद्राएं ऐसी प्रारम्भ हुईं, जो बाजार में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं, जिनमें क्रेडिट कार्ड मुख्य है।

क्रेडिट कार्ड एक ऐसी मुद्रा है, जिसे हम नोट के रूप में देख नहीं सकते, मगर उसका प्रयोग किया जा सकता है। इसे प्लास्टिक मनी के नाम से भी जाना जाता है। मगर आज कुछ ऐसी मुद्राएं या करेंसी आ चुके हैं, जिनका प्रयोग हम वित्तीय बाजार में नहीं कर सकते हैं, इनके लिए अलग से बाजार बनाए जाते हैं। उनका प्रयोग भी इन्वेस्टमेंट, वीडियो, आर्ट आदि वस्तुओं को खरीदने के लिए किया जाता। उनमें से क्रिप्टोकरंसी एक मुद्रा है। दरअसल क्रिप्टोकरंसी एक मुद्रा के रूप में एक सॉफ्टवेयर है, जो किसी भी डिजिटल उपकरण के अंदर संरक्षित किया जा सकता है। यह ऐसी मुद्दा नहीं है, जिसे हम अपने घर या बैंक आदि में रख सकें। इस प्रकार की मुद्रा को NFT के नाम से जाना जाता है।

NFT मुद्रा के बारे में

NFT, एक ग्राफिक आर्ट टोकन है। ये यूनिक डिजिटल असेट्स होते हैं। NFT का पूरा नाम Non Fungible Token है। यह एक ऐसा टोकन है, इसके माध्यम से आप किसी प्रकार की डिजिटल शॉपिंग, डिजिटल मुद्रा, इन्वेस्टमेंट या अन्य प्रकार के उपकरण खरीद सकते हैं। यह एक प्रकार का सॉफ्टवेयर  (Patent, Picture) है, जिसे आप सिर्फ देख सकते हो, छू नहीं सकते। NFT का इस्तेमाल डिजिटल आर्ट और डिजिटल चीजों को खरीदने में किया जा रहा है।  इस विनियमन नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह यूनिक होते हैं। इसके अंतर्गत कोई यूनिक पिक्चर, ग्राफिक्स, वीडियो या दृश्य भी आ सकते हैं।

फंजिबल का अर्थ होता है, नोटों की मुद्रा अर्थात जिसे आप छू सकते हैं। किसी भी बाजार में इस मुद्रा का प्रयोग किया जाता है। मगर एनएफटी एक ऐसी मुद्रा है, जिसे आप छू नहीं सकते, सिर्फ इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपके मोबाइल, लैपटॉप और अन्य डिजिटल उपकरण में संरक्षित रहती है।

उदाहरण के लिए मान लीजिए आपके पास ₹10 का नोट है। इसे दूसरे नोट के रूप में बदला जा सकता है। इसलिए यह एक फंजीबल असेट्स है। उसी प्रकार अगर आपके पास क्रिप्टो करेंसी है तो आप उसे दूसरी क्रिप्टो करेंसी में बदल सकते हैं। मगर यहां अगर एनएफटी की बात करें तो यह वह डिजिटल असेट्स या मुद्रा है, जिन्हें किसी दूसरी चीज के साथ नहीं बदला जा सकता। जैसे म्यूजिक गेम, वीडियो आदि को डिजिटल दुनिया में एनएफटी के रूप में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए रखा जाता है, इसका एक यूनिक कोड होता है जो डिजिटल दुनिया में किसी और का नहीं हो सकता। इस असेट्स की वैल्यू इसका यूनिक कोड होता है।

इसको किसी भी बाजार में आसानी से नहीं बेचा जा सकता। इसके लिए अलग से एक बड़ा प्लेटफार्म अर्थात मार्केट तैयार किया जाता है।

NFT का कैसे माइन किया जा सकता है।

खुद का NFT तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको एक ऑनलाइन वॉलेट क्रिएट करना होगा, जिसमें NFTs होल्ड की जा सकें। क्रिप्टो-असेट्स को जिस वॉलेट में स्टोर किया जाता है, उसे ‘प्राइवेट की’ की मदद से ऐक्सेस किया जा सकता है। यह प्राइवेट की किसी सुपर-सिक्योर पासवर्ड की तरह काम करती है, जिसके बिना NFT ओनर टोकन्स ऐक्सेस नहीं कर सकते।