AQI (Air Quality Index) या वायु गुणवत्ता सूचकांक एक मापदंड है जिसका उपयोग वायु की गुणवत्ता को समझने और उसका मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। यह सूचकांक वायु में मौजूद प्रदूषण स्तर को दर्शाता है और यह लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों को बताता है। AQI 0 से लेकर 500 तक होता है, जहां 0 से 50 के बीच वायु की गुणवत्ता बहुत अच्छी मानी जाती है और 301 से 500 के बीच वायु की गुणवत्ता अत्यधिक खराब होती है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक के स्तर को निम्नलिखित श्रेणियों में बांटा गया है।
- स्तर 0 – 50 : इस श्रेणी की वायु की गुणवत्ता स्वस्थ मानी जाती है। इस श्रेणी में लोग बिना किसी चिंता के बाहर जा सकते हैं।
- स्तर 51 – 100 : इस श्रेणी की वायु की गुणवत्ता संतोषजनक है, लेकिन संवेदनशील व्यक्तियों को हल्के प्रभाव महसूस हो सकते हैं।
- स्तर 101 – 200 : इस श्रेणी की वायु गुणवत्ता मध्यम है और अस्थमा या अन्य श्वसन रोगों से पीड़ित व्यक्तियों को प्रभावित हो सकता है।
- स्तर 201 – 300 : इस श्रेणी की वायु की गुणवत्ता खराब है और सामान्य जनता को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को।
- स्तर 301 – 500 : इस श्रेणी की वायु गुणवत्ता बेहद खराब है और सभी लोगों को बाहर जाने से बचने की सलाह दी जाती है।
AQI को आमतौर पर वायु में मौजूद प्रदूषकों जैसे PM2.5 (पार्टिकुलेट मैटर), PM10, NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड), SO2 (सल्फर डाइऑक्साइड), CO (कार्बन मोनोऑक्साइड) और O3 (ओजोन) के स्तर को मापकर निर्धारित किया जाता है।