हिमालय का महत्व | भारत के सन्दर्भ में हिमालय का महत्व | Mountain Ratna

विशाल हिमालय भारतीय उपमहाद्वीप (Indian subcontinent) का सबसे प्रखर और महत्वपूर्ण भू-आकृतिक विशेषता है। हिमालय भौतिक एवं आर्थिक दोनों रूपों से महत्वपूर्ण है।


हिमालय का भौतिक महत्व


  1.  जलवायु संबंधी प्रभाव (Climatic effects) :

 हिमालय जलवायु का नियंत्रक एवं निर्धारक है। हिमालय अपनी ऊंचाई और विस्तार के कारण बंगाली खाड़ी और अरब सागर से आने वाले ग्रीष्म मानसून को रोकने का महत्वपूर्ण कार्य करता है। इसी प्रकार इसकी यही विशेषता साइबेरिया से आने वाली ठंडी वायु राशियों को भारत में प्रवेश करने से रोकती है। हिमाच्छादन के कारण भारत की जलवायु को शीतोषण स्वरूप प्रदान करता है। 

शीतकाल में पछुआ विक्षोभ की पवनों को रोकता है, जो पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में वर्षा का कारण बन जाती हैं। जेट प्रवाह को हिमालय दो भागों में विभाजित करता है, जिनका भारत के मानसून के आगमन तथा इसकी असफलता में बड़ी भूमिका है। अगर हिमालय नहीं होता तो संपूर्ण उत्तरी भारत एक मरूस्थल होता।


हिमालय का आर्थिक महत्व


  1. खनिज संसाधन (Mineral Resources) :  हिमालय श्रेणियों में कई धात्विक एवं अधात्विक खनिजों की प्रचुरता पाई जाती है। जम्मू एवं कश्मीर के जम्मू मंडल में कोयले का भंडार है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के हिमालय क्षेत्रों में तांबा, सीसा, जस्ता, निकेल, सोना, चांदी, टंगस्टन, मैग्नाइट, चूना-पत्थर एवं रत्न इत्यादि के भंडार विद्वान हैं।
  2. वन संसाधन (Forest resource) :  हिमालय की श्रेणियां वन संसाधनों के दृष्टिकोण से काफी धनी है। हिमालय में वनस्पतियों द्वारा इमारती लकड़ी, रेजिन, गोंद, लाह एवं औषधीय जड़ी बूटी प्राप्त होती है।
  3. फलोद्यान :  हिमालय अनेक महत्वपूर्ण फलों जैसे सेब, नाशपाती, पीच, अखरोट, बादाम, कीमू, चेरी एवं जर्दालू इत्यादि फल उद्यानों के लिए जाना जाता है।
  4. प्राकृतिक सौंदर्य :  हिमालय अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पूरे विश्व में लोकप्रिय है। श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, युशमार्ग, वुलर राऊड, चंबा धर्मशाला, डलहौजी, शिमला, सोलन, कांगड़ा, कुल्लू, मनाली, मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा और दार्जिलिंग हिमालय के महत्वपूर्ण और लोकप्रिय पर्यटक स्थल है।
  5. तीर्थ स्थल :  हिमालय श्रेणियों में अमरनाथ, कैलाश, वैष्णो देवी, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, ज्वाला जी, नैनादेवी तथा चिंतपूर्णा इत्यादि मुख्य तीर्थ स्थल है।

हिमालय का सामरिक महत्व


हिमालय भारत के लिए सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत के इतिहास में इसके उत्तर से एक भी विदेशी आक्रमण का साक्ष्य नहीं मिलता। वर्तमान में भी उच्च सामरिक स्थल कराकोरम और सियाचिन इत्यादि रक्षा प्रदान किए हुए हैं।

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