मोटापा एक बीमारी है। मगर मनुष्य इसे बीमारी मानते नहीं, बल्कि एक उपहार के रूप में स्वीकार करते हैं। भारत देश में जब किसी व्यक्ति को मोटापा आना शुरू होता है तो समाज में उससे बड़ा खुशहाल एवं धनी व्यक्ति के रूप में देखते हैं। ऐसा कहा जाता है कि मोटापा आना यानी घर में लक्ष्मी का आना होता है। मगर भारत के अलावा जो विकसित देश है। वहां पर मोटापे को एक बीमारी के रूप में जाना जाता है।
क्योंकि उनके अनुसार, मोटापा आना यानी बीमारी का आना है। विदेशों में मोटापा बीमारी है, जिससे लोग काफी सजग हैं तथा इसके लिए व्यायाम तथा मोटापा कम करने के इलाज करते हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा मोटे लोग जापान में है। यह बीमारी सभी मनुष्यों में बचपन से लेकर बुढ़ापे तक कभी भी हो सकती है।
मोटापा बढ़ने के कारण
- हमारे आहार में तैलीय/वसा युक्त खाद्य पदार्थों का शामिल होना।
- फास्ट फूड भोजन में चाऊमीन, बर्गर, समोसे इत्यादि खाद्य पदार्थों का सेवन।
- कोल्ड ड्रिंक एवं मांस का अत्यधिक प्रयोग।
- व्यायाम न करना तथा खाए हुए भोजन को सही से न पचा पाना (बढ़ती उम्र के साथ)।
- लीवर पर सूजन आने के कारण भी पेट साफ न होने पर पेट बढ़ जाता है।
- बढ़ती उम्र के साथ शरीर में मेटाबॉलिक रेट कम होने लगता है। जिस वजह से शरीर ठीक तरह से काम नहीं करता।
- ज्यादातर महिलाओं में मासिक धर्म बंद होने के बाद उनके पेट पर चर्बी बढ़ना शुरू हो जाती है। मतलब हार्मोन में काफी बदलाव आते हैं, जिसके कारण महिलाओं में मोटापा बढ़ बढ़ने लगता है।
- जो व्यक्ति घर के बाहर नहीं निकलते उनको भी यह बीमारी होने की संभावना हो जाती है।
- किसी भी प्रकार के ऑपरेशन (महिला ऑपरेशन) के कारण भी गैस की समस्या बन जाती है, जिसके कारण भी मोटापा आना शुरू हो सकता है।
- अल्कोहल के सेवन से भी मोटापा बढ़ता है।
मोटापे से होने वाले प्रभाव
यह सच है कि मोटापा एक बीमारी है, जिसे हम नकार नहीं सकते। इसमें विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। जैसे –
- शुगर, थायराइड, हार्ट, घठिया एवं ब्लड प्रेशर की समस्याएं आदि बीमारियां घर कर जाती है।
- मोटापे के कारण आप तेज दौड़ नहीं सकते, सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते तथा विभिन्न प्रकार के कार्य करने में आप असमर्थ है।
- मोटापे के कारण आपकी पर्सनालिटी में ह्रास होने लगता है।
- स्त्रियों में मोटापे के कारण गर्भधारण करने में परेशानियां आती हैं।
- स्त्री एवं पुरुष दोनों में काम इच्छा की शक्ति कम होने लगती है।
- अन्य बीमारियों में जैसे सांस फूलना, अधिक पसीना आना, खर्राटे लेना, थकान महसूस करना तथा सोने में कठिनाई होना आदि।
मोटापे को कम करने के साधारण, मुफ्त एवं अचूक उपाय
- अपना पेट हमेशा साफ रखें मतलब प्रतिदिन शौचालय जाये।
- पानी को सिप-सिप करके पिए यानी थोड़ा-थोड़ा पिये। उदाहरण के लिए शेर एवं कुत्ता दोनों सिप से पानी पीते हैं। इसलिए उनका पेट बड़ा नहीं होता, मगर जो जानवर सिर्फ सिप से या जीभ से पानी नहीं पीता। उसका पेट अक्सर बड़ा हो जाता है। जैसे – गाय, भैंस एवं अन्य पशु आदि।
- रात्रि को भोजन में खाना कम तथा सलाद का प्रयोग ज्यादा करें। ताकि फाइबर के कारण भोजन का पाचन अच्छा हो सके।
- पानी का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें।
- खाना खाने के 1 घंटे बाद ही पानी पिए तथा खाने से 1 घंटे पहले पानी जरूर पीना है।
- मीठा एवं ज्यादा खट्टा भोजन ज्यादा न करें।
- प्रतिदिन सुबह व्यायाम आवश्यक करें।
- खाना खाने के बाद 500 मीटर पैदल जरूर चले।
- सोते वक्त ज्यादा टेंशन न ले।
- रात को जल्दी सो जाएं तथा पूरी नींद लें।
- दौड़ने से भी मोटापा कम हो जाता है।
मोटापे के प्रकार
वैसे मोटापे के कोई प्रकार नहीं होते, मोटापा मोटापा ही होता है, जो एक बीमारी है। लेकिन इसे दो भागों में बांटा गया है।
- आंतरिक मोटापा एवं
- बाहरी मोटापा।
आंतरिक मोटापा यह सबसे खतरनाक मोटापा होता है जिसके कारण हमारे शरीर के आंतरिक भाग में बसा या कोलेस्ट्रॉल जम जाता है। जिससे दिल का दौरा, नसों में ऐंठन, गठिया बाय का दर्द, दिमाग की नस फटना एवं नसों में अचानक दर्द होना आदि बीमारियां होने लगती है। महिलाओं में आंतरिक मोटापे के कारण गर्भधारण करने में समस्या आती है। [ अच्छे भोजन के हमारे जीवन में महत्व ]
बाह्य मोटापे में हमारा शरीर देखने में विशाल लगता है तथा हमें दौड़ने तथा कार्य करने में कठिनाई होती है।