ई-वाणिज्य/कोमर्स या ई-व्यवसाय इंटरनेट के माध्यम से होने वाला व्यापार है, जिसमें वस्तु खरीदी एवं बेची जा सकती है। इसके साथ-साथ ग्राहकों को मिलने वाली सेवाएं भी इंटरनेट के माध्यम से समय पर पहुंचाई जा सकती हैं। इस प्रकार इंटरनेट वर्तमान युग में एक कोर बन गया है। मतलब बिना इंटरनेट के जीवन मानो रुक सा जाएगा।
वर्तमान समय में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी एवं दूरसंचार से संबंधित टेलीविजन के व्यवसाय में बड़े पैमाने पर और विश्व स्तर पर काफी बदलाव हो रहे हैं। 1990 से कॉमर्स व्यवसाय ने विज्ञापन, बिक्री और दुनिया भर में अपने उत्पादों का प्रसार करने के लिए इंटरनेट को एक संभावित साधन के रूप में देखा था। भारत ने 1991 के LPG (Liberalization, Privatization, Globalization) सुधारों (Reforms) के बाद कंप्यूटर क्षेत्र में काफी तरक्की की, जिसका फायदा सबसे ज्यादा ई-कॉमर्स वेबसाइट को पहुंचा। जो अपने उत्पाद प्रत्यक्ष रूप से मार्केट में बेचते थे। ऑनलाइन शॉपिंग करना वाणिज्य विभाग में सबसे ज्यादा ई-कॉमर्स को बढ़ावा देता है।
ई-कॉमर्स ने न केवल ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों (Online Shopping websites) को बढ़ावा दिया है, बल्कि विभिन्न प्रकार के ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर ई-कॉमर्स बड़े स्तर पर काम कर रहा है। जैसे – धन को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजना, ऑनलाइन भोजन की आपूर्ति, इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न कंपनियां अपने उत्पाद का प्रचार कर रहे हैं, ऑनलाइन मनी ट्रांजैक्शन, ई-मेल के द्वारा ऑनलाइन डाटा ट्रांसफर करना तथा किसी भी शिक्षण संस्थान में जाने के लिए आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एवं फीस को जमा कर सकते हैं, ताकि आपकी सीट आरक्षित हो जाए। इस प्रकार ई-कॉमर्स ने सेवाओं के क्षेत्र में भी काफी तरक्की की है।
ई-कॉमर्स के माध्यम से बहुत सारे काम इतने आसान हो गए हैं। जिनके लिए हमारा पैसा और समय दोनों की बचत होती है। जैसे –
- उत्पाद का प्रचार करने के लिए ई-कॉमर्स का प्रयोग।
- ऑनलाइन भोजन मंगवाने के लिए ई-कॉमर्स का प्रयोग।
- मोबाइल, इंटरनेट या अन्य उपकरण का रिचार्ज कराने के लिए ई-कॉमर्स का प्रयोग।
- ईमेल या फैक्स के द्वारा अपना संदेश या पत्र भेजने के लिए ई-कॉमर्स का प्रयोग।
- ई-कॉमर्स के द्वारा इंटरनेट पर बहुत प्रकार के गेम (ऑनलाइन खेल) उपलब्ध है, जिसके द्वारा आप उनका आनंद उठा सकते हैं।
- ई-कॉमर्स के माध्यम से ही आप किसी प्रकार का सम्मान खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको मार्केट में जाने की जरूरत नहीं है।
- ई-कॉमर्स के माध्यम से ही आप अपनी शिक्षा को पूरा कर सकते हैं तथा अपने डाउट क्लियर कर सकते हैं। जिसका उदाहरण कोरोना काल में लगे लोक डाऊन में स्कूल बंद होने ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से शिक्षा पूरी करना।
- इंटरनेट पर ब्लॉग के रूप में डाटा को संचालित किया गया है जिसके माध्यम से आप ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
- सरकार ने इंटरनेट के माध्यम से कृषि एवं स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने का काम क्या है।
- ई-कॉमर्स के माध्यम से आप कृषि से संबंधित कोई भी कागजात प्राप्त कर सकते हैं।
- ई-कॉमर्स के माध्यम से ही आप होम लोन, कार लोन तथा पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- किसी भी प्रकार की मोटरसाइकिल, स्कूटर यहां तक की कार को ऑनलाइन देखने के बाद उसे ई-कॉमर्स के माध्यम से खरीद भी सकते हैं।
- वर्तमान समय में ई-कॉमर्स के माध्यम से पशु जैसे गाय, भैंस इत्यादि पशु खरीद-बेच सकते हैं।
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 ई- कॉमर्स की बुनियादी स्थिति को नियंत्रित करता है। यह UNCITRAL मॉडल पर आधारित है।
भारत के संदर्भ में, ई-कॉमर्स उद्योग तेजी से बढ़ रहा है तथा इसमें दिन प्रतिदिन परिवर्तन होते जा रहे हैं। ई-कॉमर्स के माध्यम से लगभग 20 से 25 प्रतिशत व्यापार ऑनलाइन के माध्यम ही किया जाता है। जैसे ऑनलाइन टिकट, ऑनलाइन रिटेल, ऑनलाइन एजुकेशन, ऑनलाइन शॉपिंग आदि ई-कॉमर्स के माध्यम से बहुत आसान हो गई है।
ई-कॉमर्स से संबंधित बहुत कंपनियां बाजार में आ गई है जैसे पेटीएम फोन पे, अमेज़न, गूगल पे, भीम यूपीआई आदि जिन्होंने मार्केट को बहुत ही संक्षिप्त एवं स्पष्ट बना दिया है। इनके माध्यम से आप किसी प्रकार की शॉपिंग, किसी प्रकार का बिल, किसी प्रकार का रिचार्ज यहां तक कि बैंक से संबंधित कार्य भी इन साइटों (Application) के माध्यम से कर सकते हैं।
बैंकों द्वारा दिया जा रहा क्रेडिट कार्ड जो प्लास्टिक मनी के रूप में जाना जाता है। वह भी ई-कॉमर्स का एक भाग है जिसमें बैंक आपको एक लिमिट के अनुसार पैसा उधार देती है। जिसका उपयोग आप 45 दिन तक बिना किसी ब्याज के कर सकते हो। भारत एक विशाल देश है और यहां विश्व के सभी देश अपना व्यापार करने के लिए आते हैं जोकि प्राचीन काल से होता चला आ रहा है। विशाल होने के साथ-साथ इस देश की अधिकतर जनसंख्या ग्रामीण है। वर्तमान समय में भारत विश्व में एक अच्छे पायदान पर स्थित है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी इंटरनेट या ई-कॉमर्स की दुनिया से काफी अनजान है। उन्हें आज भी अपने सभी कार्य पारंपरिक तरीके से ही करने होते हैं। जैसे बैंक से संबंधित कार्य या सरकार द्वारा चलाई जा रही किसी भी योजना का लाभ उठाने के लिए वह शहर की ओर आते हैं।
किसी प्रकार का लोन लेने के लिए उन्हें बैंक में जाना पड़ता है। छोटे से छोटे कार्य भी जैसे बिजली का बिल जमा करना, मोबाइल रिचार्ज कराना आदि कार्यों के लिए उन्हें शहर की ओर रुख करना होता है। इस प्रकार अगर देखा जाए तो ई-कॉमर्स धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्र की ओर बढ़ रही है। बहुत सी निजी संस्थाएं जैसे ITC द्वारा ई-चौपाल योजना जोकि किसानों को कृषि से संबंधित सभी प्रकार की समस्याएं दूर करने के लिए शुरू की गई थी।
ई-कॉमर्स के माध्यम से किसान अपनी फसल का MSP (Minimum Support Price) देखकर मार्केट में उसे बेच सकता है। तथा सरकार द्वारा चलाए जा रहे कृषि सहायता केंद्र से ऑनलाइन सूचना प्राप्त कर सकता है। इस प्रकार व्यापार के क्षेत्र में या सूचना प्राप्त करने के लिए ई-कॉमर्स एक वरदान बन चुका है।
One thought on “ई कॉमर्स का अर्थ एवं परिभाषा”
Comments are closed.