आधार कार्ड भारत के नागरिकों का एक पहचान पत्र है, जिसे भारत सरकार जारी करती है। इसमें 12 अंक की एक संख्या होती है, जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा जारी किया जाता है। इस आधार कार्ड पर व्यक्ति का फोटो, व्यक्ति का नाम तथा उसका पता होता है। यह एक पहचान पत्र के लिए ही मान्य है, इससे भारत की नागरिकता सिद्ध नहीं की जा सकती।
यह दुनिया की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक आईडी प्रणाली है। विश्व बैंक के अर्थशास्त्री पोल रोमर ने आधार कार्ड को दुनिया में सबसे परिष्कृत आईडी कार्यक्रम घोषित किया। जून 2017 में गृह मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि आधार कार्ड को नेपाल और भूटान की यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए मान्य पहचान दस्तावेज नहीं माना जाएगा। यह इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है। इसकी शुरुआत 28 जनवरी, 2009 को भारत सरकार द्वारा भारत के राज्य पत्र में अधिसूचना के माध्यम से योजना आयोग के तहत जारी की गई थी। यह व्यक्ति के लिए एक पहचान पत्र मात्र है जो सिर्फ भारत में ही लागू होगा।
यह आधार संख्या व्यक्ति की मूल जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी जैसे उसकी फोटो, 10 उंगलियों के फिंगर प्रिंट्स, तथा आंखों को स्कैन करने के बाद आधार कार्ड संख्या में डाटा को संग्रहित किया जाता है।
आधार के लाभ एवं आवश्यकता
वर्तमान समय में आधार कार्ड सभी दस्तावेजों पर अनिवार्य होता जा रहा है। किसी प्रकार की जानकारी बिजली का कनेक्शन, मोबाइल का बिल या अन्य कोई भी परीक्षा के लिए आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में मान्यता प्राप्त है। आधार कार्ड के माध्यम से आप बैंक से पैसे भी ले सकते हैं। इन सबके अतिरिक्त आधार कार्ड के निम्नलिखित लाभ भी हैं –
- मोबाइल सिम खरीदने के लिए
- इनकम टैक्स फाइल रिटर्न करने के लिए
- खरीदी गई संपत्ति का रजिस्ट्रेशन के लिए
- EPF (Employees Provident Fund) निकालने के लिए
- बैंक एवं अन्य डिजिटल लॉकर के लिए
- ट्रेन एवं हवाई जहाज के टिकट में छूट पाने के लिए
- LPG (Liquid Petroleum Gas) सिलेंडर में सब्सिडी पाने के लिए
- बैंक में खाता खुलवाने के लिए
- बच्चों के एडमिशन के लिए
- प्रतियोगी परीक्षाओं के आवेदन के लिए
- ड्राइविंग लाइसेंस (DL), आय एवं जाति प्रमाण पत्र के साथ-साथ अन्य प्रमाण पत्रों के लिए
- सरकार द्वारा आई योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना आदि के लिए भी आधार कार्ड जरूरी हो गया है, इसके बिना व्यक्ति सरकारी एवं निजी कार्यों में आवेदन नहीं कर सकता।
आधार कार्ड को मोबाइल से लिंक करना
आधार नंबर को मोबाइल नंबर से लिंक करने के 2 तरीके बताए गए हैं –
- पहले तरीके में, जन सेवा केंद्र के माध्यम से मोबाइल नंबर रजिस्टर करा सकते हैं, जिसके अंतर्गत आपको एक फार्म दिया जाएगा, जिसे भरने के बाद, फार्म वहीं पर जमा हो जाएगा, जिसके बदले में आपको एक स्लिप दी जाएगी। इस स्लिप में अपडेट रिक्वेस्ट नंबर होगा। इस रिक्वेस्ट नंबर से आप यह पता कर सकते हैं कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हुआ है या नहीं। इस प्रकार कुछ दिन के बाद आपका आधार मोबाइल नंबर से लिंक हो जाएगा। इसी तरीके से आप अपने आधार कार्ड में किसी भी तरह का बदलाव कर सकते हैं।
- दूसरे तरीके से आप अपने मोबाइल नंबर से टोल फ्री नंबर 14546 डायल करके आधार को मोबाइल नंबर से स्वयं लिंक करा सकते हैं। इस नंबर को डायल करने पर आपसे सबसे पहले आपका आधार नंबर पूछा जाएगा, जो आपको बताना होगा। उसके बाद आपको उसी मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा। जो आपको पूछी गई जानकारी के अनुसार भरना है, इस प्रकार कुछ दिन के बाद आपका आधार नंबर मोबाइल नंबर से लिंक कर दिया जाएगा।
आधार कार्ड के लिए कैसे आवेदन करें
आवेदक अपने आधार कार्ड के लिए स्वयं आवेदन नहीं कर सकता, उसके लिए उसे सरकार द्वारा खोले गए जन सेवा केंद्र की सहायता लेनी होगी। जन सेवा केंद्र को यह अधिकार दिया गया है कि वह सरकार द्वारा निकाली गई योजनाएं, प्रमाण पत्र एवं अन्य जरूरी दस्तावेज के लिए आवेदन करा सकता है। जन सेवा केंद्र के पास आधार कार्ड बनाने के लिए जो ज़रुरी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जैसे कैमरा, स्कैनिंग मशीन, फिंगरप्रिंटिंग स्कैनिंग आदि। बिना स्कैनिंग मशीन के आधार कार्ड के आवेदन को पूरा नहीं किया जा सकता। इसलिए आवेदक को जन सेवा केंद्र की मदद लेनी होगी। वर्तमान समय में सरकार ने जन सेवा केंद्र के लिए कुछ स्थाई जगह दी हुई है, जैसे बैंक, पोस्ट ऑफिस, एवं अन्य निजी एवं सरकारी भवन, जहां से यह आधार कार्ड आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करते हैं।