वर्तमान समय में इलेक्शन में आई गड़बड़ी की जानकारी चुनाव आयोग तक पहुंचाने के लिए cVIGIL ऐप का प्रयोग किया जायेगा। वर्तमान समय में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत करने या उसे ट्रैक करने के लिए किसी प्रकार की कोई सूचना प्रौद्योगिकी की व्यवस्था नहीं है। इसलिए चुनाव आयोग ने cVIGIL App को तैयार किया है। इस App के माध्यम से कोई भी व्यक्ति वीडियो या फोटो खींचकर चुनाव आयोग को यह सूचना दे सकता है।
इस एप्लीकेशन को मोबाइल या किसी एंड्रॉयड डिवाइस से जोड़ा जा सकता है, जिसमें कैमरा, इंटरनेट एवं GPS एक्सेस हो।
cVIGIL App का प्रयोग केवल आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित मामलों को दर्ज करने के लिए किया जाना चाहिए, यदि cVIGIL App के माध्यम से व्यक्तिगत शिकायत दर्ज की जाती है, cVIGIL App शिकायत का डिजिटल अंक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित पाया जाता है तो जिला नियंत्रक किसी भी कार्यवाही को आगे नहीं बढ़ाएगा। इसके अलावा 1800111950 पर भी कॉल कर सकता है।
अगर किसी को सी-विजिल ऐप पर एक से अधिक शिकायतें करनी है तो आपको एक शिकायत के बाद 5 मिनट का अंतराल करना होगा तभी दूसरे शिकायत दर्ज की जा सकती है।
cVIGIL App जरूरत क्यों पड़ी
चुनाव आयोग के अनुसार, चुनाव घटना स्थल को ट्रैक करने एवं उसके बारे में सटीक जानकारी देने का कोई माध्यम नहीं था। इसलिए चुनाव आयोग ने अनुभव किया कि बहुत बड़ी संख्या में झूठी अथवा गलत सूचनाएं दी गई थी, जिसके कारण Election Oficers का मूल्यवान समय व्यर्थ हो जाता था। इसके अलावा घटना स्थल की जानकारी सही नहीं होने के कारण उल्लंघनकर्ताओं को पकड़ने के लिए निर्वाचन अधिकारियों का समय व्यर्थ चला जाता था।
कार्यवाही करने की प्रक्रिया
जब कोई नागरिक फोटो या वीडियो बनाकर एप्लीकेशन पर अपलोड करता है तो उसकी जानकारी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष में जाती है, वहां से सूचना Election Officer unit के पास जाती है, जहां यूनिट में एक रिजर्व टीम होती है। जैसे ही सूचना रिजर्व टीम के पास पूछती है, वह तुरंत इसकी कार्यवाही करने के लिए सीधे लोकेशन पर पहुंच जाती है।
जिस नागरिक ने cVIGIL एप्लीकेशन पर शिकायत दर्ज की थी उसे 100 मिनट के अंदर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सूचित कर दिया जाता है।