इटली इतनी प्रसिद्व क्यों है इसके पीछे क्या कारण है?

इटली का क्षेत्रफल  3,01,000 वर्ग किमी तथा जनसंख्या 60 मिलियन (2020) है। औसत जनसंख्या घनत्व 201 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है। इटली के दक्षिण में लिगुरियन सागर, पूर्व में एड्रियाटिक सागर तथा पश्चिम में टाइरेनियम सागर विस्तृत है।
देश के उत्तर में फ्रांस व स्विट्जरलैंड स्थित है। भूमध्य सागर में स्थित सिसली, सार्डीनिया, लिपारी, केपरी तथा एल्टा आदि द्वीप इटली के भाग है। वेटिकन सिटी तथा सानमेरिनो जैसे अनेक स्वतंत्र देश इटली में ही स्थित है।

भू-आकृतिक विशेषता

धरातल की दृष्टि से इटली को 3 विभागों में बांटा जा सकता है :

  1. महाद्वीपीय इटली
  2. प्रायद्वीपीय इटली
  3. सागरीय इटली

उत्तरी मैदान में पो नदी का बेसिन तथा आल्पस पर्वत महाद्वीपीय इटली के अंतर्गत आते हैं। माउंट ब्लॉक (यूरोप की द्वितीय सर्वोच्च चोटी) मैटरहॉर्न तथा माउंट रोजा अल्पस की प्रमुख चोटियां है।

प्रायद्वीपीय इटली उत्तरी मैदान से दक्षिण की ओर विस्तृत है, यहां एपिनाइन श्रेणी फैली है। यूरोप का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी विसुवियस नेपल्स के निकट इसी भाग में स्थित है।
सागरीय इटली के अंतर्गत सार्डीनिया, सिसली तथा अन्य द्वीप सम्मिलित हैं। स्ट्रांबोली ज्वालामुखी इसी भाग में स्थित है।

पो नदी इटली की सबसे लंबी नदी है, जो एड्रियाटिक सागर में गिरती है। एडिगे तथा टाइवर अन्य प्रमुख नदियां हैं। गार्डा झील देश की विशालतम झील है।

जलवायु

प्रायद्वीपीय इटली की जलवायु भूमध्यसागरीय है। यहां ग्रीष्म ऋतु आर्द्र तथा मृदु होती है। ग्रीष्म में 24 डिग्री सेल्सियस तथा शीतकाल में 7 डिग्री औसत तापमान रहता है। वर्षा 60 से 90 सेंटीमीटर होती है। आल्पस पर्वतों पर ऊपर ऊंचाई के अनुसार तापमान रहता है।

प्राकृतिक वनस्पति

इटली के लगभग 25 प्रतिशत भाग पर वन पाए जाते हैं। भूमध्यसागरीय प्रदेश में देवदार, चीड़, कार्क, साइप्रस, जैतून, स्तून, स्प्रूस, लार्च तथा यूकेलिप्टस के वृक्ष उगते हैं। पर्वतों पर 1500 मीटर के ऊपर शंकुधारी तथा नीचे पर्णपाती वृक्ष पाए जाते हैं।

कृषि

इटली के 52 प्रतिशत क्षेत्रफल पर कृषि होती है। पो बेसिन उर्वर प्रदेश है। गेहूं, चावल, मक्का, चारा, घास, खट्टे फल, आलू व सब्जियां प्रमुख फसलें है। पशुपालन भी प्रचलित है। अल्पस के पर्वतीय भाग में दूध वाले पशु अधिक पाले जाते हैं। सार्डीनया, सिसली आदि द्वीपों में भेड़ बकरियां अधिक पाई जाती हैं। लंबी तट रेखा के सहारे अनेक मत्स्य पत्तन स्थित है। जहां मत्स्य उत्पादन होता है।

खनिज एवं ऊर्जा संसाधन

इटली में कोयले तथा पेट्रोलियम का अभाव है। गंधक महत्वपूर्ण खनिज है।  पारा, संगमरमर, पायराइट, बॉक्साइट, जस्ता, सीसा तथा चांदी अन्य खनिज है। किंतु इटली खनिजों की दृष्टि से संपन्न नहीं है। जल विद्युत इटली में सर्वाधिक विकसित है। तथा गली-गलियारों में परमाणु संयंत्र स्थापित है।

उद्योग

लोहा इस्पात, मोटर गाड़ी, वस्त्र, सीमेंट व रसायन आदि उद्योग विकसित हैं। रेशमी वस्त्रों के उत्पादन में इटली यूरोप का अग्रणी देश है। मिलान, प्रोमो, त्यूरिन प्रमुख केंद्र है। ऊनी वस्त्र उद्योग के प्रमुख केंद्र नोवारा तथा पाइसेंजा है।

जनसंख्या

प्राचीन काल से ही इटली एक घना आबाद देश रहा है। पो बेसिन में देश की 40 प्रतिशत जनसंख्या संकेंद्रित है। आर्मो बेसिन, लिगुरिया पूर्वी तट, कैम्फानिया, कैटोनियन मैदान तथा सिसली द्वीप के उत्तरी भाग अधिक घनी आबादी वाले हैं।

इटली में जनसंख्या की वार्षिक वृद्धि ऋणात्मक है। 90 प्रतिशत जनसंख्या नगर में रहती है तथा शिक्षा 100 प्रतिशत है। प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय $34,990 है।
रोम देश की राजधानी, एक प्राचीन सांस्कृतिक केंद्र तथा औद्योगिक नगर है। मिलान व त्यूरिन अन्य महत्वपूर्ण औद्योगिक नगर है।

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