कार्बन टैक्स एक पर्यावरण टैक्स है जोकि कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन पर लगाया जाता है। हाल ही में, प्रधानमंत्री मोदी के कार्यालय ने 400 रुपये प्रति टन लगने वाले कार्बन टैक्स को हटाने का प्रस्ताव रखा है जो कि देश में उत्पादित और आयातित कोयले पर लगाया जाता था। इसके हटने से कंपनियों की हालत सुधरेगी और मिलने वाली ऊर्जा सस्ती होगी।
10 सितंबर 2009 को फ्रांस ने ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन पर रोक लगाने के लिए कार्बन टैक्स अध्यारोपित करने की घोषणा की थी।यह टेक्स 2010 से प्रभावी हुआ। इसकी दर 17 यूरो प्रति कार्बन डाइऑक्साइड होगी। कार्बन डाइऑक्साइड सबसे पहले 1990 में फिनलैंड ने अध्यारोपित की थी इसके पश्चात 1990 में ही नीदरलैंड एवं नार्वे ने भी यह टैक्स लगाया था। वर्तमान समय में, सबसे ज्यादा कार्बन टैक्स देने वाले देश – चीन, अमेरिका, भारत, रूस और जापान। [ जाने : कार्बन फुटप्रिंट किसे कहते है? ]