जब हमारे शरीर का तापमान बाहर के तापमान अर्थात वातावरण के तापमान से अधिक हो जाता है तो हमें सर्दी का एहसास होता है।
ऐसा अधिकतर शरद ऋतु में देखने को मिलता है। शरद ऋतु के मौसम में सूर्य दक्षिणायण दिशा में पहुंच जाता है, जिसके कारण सूर्य की धूप में ऊष्मा की कमी हो जाती है, एवं ध्रुवीय प्रदेशों से आने वाली हवाओं का प्रभाव अधिक हो जाता है। इसलिए उत्तर भारत में दक्षिण भारत के अनुपात में अधिक सर्दी होती है।
उदाहरण के तौर पर, हमारे शरीर का तापमान सामान्यतः 98.4 डिग्री फारेनहाइट या 37.6 डिग्री सेल्सियस होता है। मगर बाहरी तापमान अर्थात वातावरण का तापमान सर्दी के मौसम में हमारे शरीर के तापमान से बहुत कम होता है। इसीलिए हमें बाहर की वायु बहुत ठंडी महसूस होती है। इसीलिए हमें ठंड महसूस होती है।