रिहंद परियोजना उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी परियोजना है। यह सोन नदी की सहायक नदी पर स्थित है, जो सिंदुरिया नामक स्थान पर सोन से मिलती है। इसे रेणुका के नाम से भी जाना जाता है।
प्रमुख बांध
- रिहंद बांध : यह बांध पिपरी गांव मिर्जापुर में स्थित है।
प्रमुख जलाशय
इसे गोविंद बल्लभ पंत सागर कहते हैं। रिहंद बांध का जलाशय भाखड़ा के जलाशय से काफी बड़ा है।
प्रमुख उद्देश्य : इस बांध का प्रमुख उद्देश्य जल विद्युत उत्पन्न करना है। इसकी सिंचाई क्षमता भाखड़ा बांध से कम है।
- ओबरा बांध : यह रिहन्द बांध के उत्तर में स्थित है। इसे रिहन्द बांध का संतुलन बांध कहा जाता है।
जल विद्युत शक्ति ग्रह
- रिहंद बांध के निकट,
- ओबरा के निकट
ओबरा में जल विद्युत के अलावा ताप विद्युत केंद्र भी है।
रेणुकूट एलमुनियम, मिर्जापुर का सीमेंट कारखाना, मिर्जापुर का कास्टिक सोडा कारखाना और नैनी में टायर ट्यूब रिहंद की सस्ती जल विद्युत की ही देन है।
यहां से मुगलसराय पटना रेल को विद्युत आपूर्ति होती है।