संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और उसके अंग

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र के 6 प्रमुख भागों में से एक है। इसकी स्थापना 1945 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में की गई थी। इस परिषद का मुख्य कार्य अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखना है। इस परिषद को वैश्विक शांति एवं सुरक्षा परिषद का कर्तव्य सौंपा गया है। इसलिए इसे विश्व का सिपाही भी कहते हैं।

इस संस्था में 5 स्थाई सदस्य एवं 10 अस्थाई सदस्य होते हैं। अस्थाई सदस्यों का चयन 2 वर्ष के लिए किया जाता है। स्थाई सदस्यों में चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका एवं रूस है। बाकी अस्थाई सदस्य क्षेत्रीय आधार के अनुसार चुने जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय परिषद में फैसला लेने का अधिकार इन 5 सदस्यों के पास ही है।

संयुक्त राष्ट्र के 6 अंग :

  • सुरक्षा परिषद
  • अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (हेग)
  • सचिवालय
  • न्यायसिता परिषद
  • आर्थिक एवं सामाजिक परिषद
  • महासभा

सुरक्षा परिषद के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानून में कोई प्रस्ताव या संशोधन करने का अधिकार सिर्फ इन पांच स्थाई सदस्यों के पास है। उदाहरण के तौर पर दो देशों के बीच विवाद को समाप्त करने के लिए परिषद की आवश्यकता होती है। काफी समय से सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों की संख्या बढ़ाने के बारे में बात चल रही है, इस दौड़ में 4 सदस्य शामिल हैं जैसे भारत, जापान, जर्मनी एवं ब्राज़ील। क्योंकि जापान एवं जर्मनी संयुक्त राष्ट्र संघ को आर्थिक रूप से मदद करते हैं, जबकि ब्राज़ील एवं भारत सैन्य रूप से परिषद की मदद करते हैं।
वर्तमान समय में संयुक्त राष्ट्र के 193 पंजीकृत सदस्य देश हैं। अल्बानिया देश पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य बनेगा। जबकि ब्राजील में 11 बार परिषद में शामिल होने जा रहा है।

हाल ही में, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद को लेकर सुरक्षा परिषद सक्रिय है।