प्राचीन भारत के वंशों का प्रशासनिक विभाजन
वंश | कालावधि | प्रशासनिक विभाजन | प्रमुख प्रशासनिक स्तर |
---|---|---|---|
मौर्य वंश | 321-185 ईसा पूर्व | प्रांत → विषय → नगर → ग्राम | प्रांत के लिए कुमार या आर्यपुत्र, विषय के लिए विषयपति |
शुंग वंश | 185-75 ईसा पूर्व | मौर्य वंश के समान | स्थानीक और स्थानीय प्रशासकों पर निर्भर |
सातवाहन वंश | 1 शताब्दी ईसा पूर्व – 3 शताब्दी ई. | आह्वार → पथक → ग्राम | आह्वार पर महासेनापति, पथक पर सेनापति |
कुषाण वंश | 1-3 शताब्दी | विशिष्ट क्षेत्रीय विभाजन नहीं | क्षेत्रीय प्रशासक, सेनानायक |
गुप्त वंश | 4-6 शताब्दी | भुक्ति → विषय → विहार → ग्राम | भुक्ति के लिए उपरिक, विषय के लिए विषयपति |
वर्धन वंश (हर्षवर्धन) | 7 शताब्दी | मौर्य वंश के समान | स्थानीय क्षेत्रीय प्रशासनिक स्वतंत्रता |
पाल वंश | 8-12 शताब्दी | भुक्ति → मंडल → ग्राम | भुक्ति के लिए प्रमुख अधिकारी, मंडल पर मंडलाध्यक्ष |
चोल वंश | 9-13 शताब्दी | मण्डलम् → नाडु → कुर्रम → ग्राम | मण्डलम् पर मण्डलाधिकारी, नाडु पर नाडुवर |
चालुक्य वंश | 6-12 शताब्दी | राष्ट्र → विषय → ग्राम | राष्ट्र के लिए राष्ट्रकूट, विषय पर विषयपति |
राष्ट्रकूट वंश | 8-10 शताब्दी | राष्ट्र → विषय → ग्राम | राष्ट्र के लिए राष्ट्राध्यक्ष, विषय के लिए विषयपति |