Wheat Crop | गेंहू की फसल

कुल कृषि भूमि के लगभग 20 प्रतिशत भाग पर गेहूं की खेती की जाती है। खाद्यानों में लगी भूमि के 20 से 25 प्रतिशत भाग पर गेहूं कृषि होती है। कुल खाद्यान्न उत्पादन में गेहूं का हिस्सा 35 प्रतिशत है।

प्रति हेक्टेयर उत्पादन

भारत गेहूं के उत्पादन के मामले में विश्व में चीन के बाद दूसरा स्थान पर आता है। तथा विश्व उत्पादन का लगभग 10 प्रतिशत अकेले भारत उत्पादन करता है। प्रमुख उत्पादक (Manufacturer) राज्यों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार आदि। वहीं प्रति हेक्टर उत्पादक राज्य हैं – पंजाब, हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश

 कुल कृषि भूमि के सर्वाधिक क्षेत्र पर गेहूं उत्पादन (production) करने वाले राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब का नाम आता है। भारत में कुल गेहूं क्षेत्र का 90 प्रतिशत से अधिक भाग पर संकर बीज का उत्पादन किया जाता है। 2001-2002 में 98 प्रतिशत भाग पर संकर बीज का प्रयोग किया गया था।

गेंहू उत्पादक क्षेत्र

देश के अंतर्गत 70 प्रतिशत उत्पादन में लगी देश की कुल भूमि में सिंचाई की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। अगर दक्षिण भारत की बात की जाए तो महाराष्ट्र, गुजरात के लावा मिट्टी क्षेत्र एवं तमिलनाडु के मदुरै उच्च भूमि में गेहूं का उत्पादन किया जाता है।
अगर हम क्षेत्रफल के हिसाब से प्रति हेक्टर उत्पादन की बात करते हैं, तो पश्चिमी पंजाब एवं दक्षिणी गुजरात में प्रति हेक्टेयर उत्पादन सर्वाधिक 4000 किग्रा प्रति हेक्टेयर से अधिक का उत्पादन होता है।

गेंहू के लिए उपर्युक्त जलवायु

भौगोलिक दशाओं (Geographical conditions) के अंतर्गत यह समशीतोष्ण एवं उष्णकटिबंधीय जलवायु (Temperate and tropical climate) का पौधा है। इसमें तापमान बोते समय 10 डिग्री,  बढ़ते समय 15 डिग्री सेंटीग्रेड तथा पकते समय (While cooking) 25 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए तथा वर्षा की मात्रा 25 से 75 सेंमी के मध्य होनी चाहिए। (गेंहू के MSP के बारे)

महत्वपूर्ण तथ्य

  1. दुनिया भर में प्रतिवर्ष 749,467,531 टन गेहूं का उत्पादन होता है। 
  2. चीन प्रति वर्ष 131,696,392 टन उत्पादन मात्रा के साथ दुनिया का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक है। 
  3. भारत 93,500,000 टन वार्षिक उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर आता है। 
  4. इंडोनेशिया गेहूं का उत्पादन नहीं करता है। 
  5. हरित क्रांति के अंतर्गत अभी तक अधिक उपज देने वाला कार्यक्रम गेहूँ, धान, बाजरा, मक्का व ज्वार जैसी फ़सलों पर लागू किया गया है, परन्तु गेहूँ में सबसे अधिक सफलता प्राप्त हुई है। वर्ष 2008-2009 में 1,00,000 क्विंटल प्रजनक बीज (Breeder seed) तथा 9.69 लाख क्विंटल आधार बीजों का उत्पादन हुआ तथा 190 लाख प्रमाणित बीज (Certified seed) वितरित किये गये। 
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