बीज बैंक की स्थापना 1999-2000 में की गयी थी। जिसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं आदि से उत्पन्न किसी भी आकस्मिक जरूरतों की पूर्ति के लिए बीज उपलब्ध कराना और बीजों के उत्पादन तथा वितरण के लिए ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करना है।
बीज एक पौधे का नैनो हिस्सा है, जो पांच प्राकृतिक तत्वों से बनता है। बीज अभी तक कृत्रिम रूप से निर्मित नहीं हुए हैं। देशी बीजों में अच्छी पैदावार देने की क्षमता होती है और सूखे, कीट और रोगों का प्रतिरोध करने की क्षमता होती है।
महत्वपूर्ण तथ्य
- बीज की जीवन क्षमता का पता लगाने के लिए टेट्राज़ोलियम/ब्रोमाइड परीक्षण किया जाता है।
- अधिकांश बीज 20-30 डिग्री सेल्सियस पर अंकुरित होते है।
- बीजो के अंकुरण के लिए नमी, तापमान, वायु और प्रकाश की जरुरत होती है।
- गेंहू के बीजो का भण्डारण हेतु नमी 10-12 प्रतिशत होनी चाहिए।
- दालों या तिलहनों में नमी की मात्रा 8-9 प्रतिशत होनी चाहिए।
- गोदाम में रखने से पहले बीज को 43 डिग्री सेल्सियस की अधिकतम तापमान पर सुखाना चाहिए।
- सामान्य बीज ऑक्सीनो, जिब्रेलिनो और साइटोकाइनिनो का संस्लेषण करते है।
- गोल्डन राइस ऐसा धान है, जिसमे बीटा कैरोटिन बनाने वाला जीन डाला गया है, जो हमारे शरीर में पहुंचकर विटामिन-A बनता है।
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