भारत के नाभिकीय ऊर्जा केन्द्र
- तारापुर : यह महाराष्ट्र के पालघर ज़िले में स्थित एक शहर है। यह एक औद्योगिक नगर है। यहाँ भारत के 4 नाभिकीय रिएक्टर हैं, जिनसे विद्युत शक्ति पैदा की जाती है।
- जैतपुर : यह परमाणु ऊर्जा परियोजना भी भारत के महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले में निर्माण के लिए प्रस्तावित एक परमाणु ऊर्जा परियोजना है। 9900 MW क्षमता का यह संयंत्र Nuclear Power Corporation of India Limited (NPCIL) द्वारा निर्मित किया जाएगा।
- कुडनकुलम : यह नाभिकीय विद्युत परियोजना भारत के तमिलनाडु प्रदेश के कुंड़नकुलम में स्थित है। इसका निर्माण 2002 में आरम्भ हुआ और 13 जुलाई, 2013 को यह चालू हुआ। इस परियोजना में 1000 MW विद्युत क्षमता वाले 2 यूनिट हैं।
- कलपक्कम : यह भारत के तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम ज़िले में स्थित एक शहर है। यह भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के मद्रास परमाणु ऊर्जा संयंत्र तथा इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केन्द्र के लिये प्रसिद्ध है।
- काकरापार : काकरापार परमाणु ऊर्जा संयन्त्र, भारत का एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र है जो गुजरात में सूरत और तापी नदी के समीप स्थित है। यहाँ पर 220 मेगावाट क्षमता के दो परमाणु रिएक्टर हैं, जो दाबित भारी जल रिएक्टर हैं। इसकी पहली ईकाई (KAPS-1) ३ सितम्बर 1992 में तथा दूसरी ईकाई (KAPS-2) जनवरी 1995 में क्रांतिक हुई और 1 सितम्बर, 1995 से वाणिज्यिक स्तर पर विद्युत उत्पादन आरम्भ हो गया।
- कैगा : भारतीय नाभिकीय विद्युत निगम लिमिटेड भारत का एक नाभिकीय विद्युत संयंत्र है जो कर्नाटक के उत्तर कन्नड जिले के कैगा नामक स्थान पर काली नदी के किनारे निर्मित है। यह संयंत्र 2000 से कार्य कर रहा है। इसका संचालन भारतीय नाभिकीय विद्युत निगम लिमिटेड के द्वारा किया जाता है।
- नरौरा : यह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बुलन्दशहर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यहाँ पर एक नाभिकीय विद्युत संयंत्र लगा है। यह दिल्ली से लगभग 150 KM दूर स्थित है।
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