भारत और पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच की विभाजन रेखा को रैडक्लिफ लाइन कहा जाता है, जो 17 अगस्त, 1947 में खींची गयी थी। इस बॉर्डर की लंबाई 3,323 किमी है। भारत में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख (1216 किमी दोनों को मिलाकर), पंजाब (547 किमी), राजस्थान (1035 किमी) और गुजरात (512 किमी) से पाकिस्तान की सीमाएं सटती हैं। पाकिस्तान को नहरों का देश कहा जाता है। 15 मार्च, 2017 को हुई 6वी जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान की कुल जनसंख्या 21.02 करोड़ है। सरक्रीक सीमा रेखा विवाद कच्छ और सिंध के बीच समुद्री सीमा रेखा की अस्पस्टता के कारण है। भारत और पाकिस्तान के बीच 1947-48, 1965, 1971 और 1999 में युद्ध हुए। इन युद्ध का कारण सीमा विवाद, कश्मीर समस्या, जल विवाद और आतंकवाद के मुद्दे पर विवाद रहे हैं।
भारत और चीन
Line of Actual Control या LAC भारत और चीन के बीच की विभाजन रेखा है। भारत के अनुसार LAC की लंबाई 3,488 किमी है, जबकि चीन के अनुसार, LAC की लंबाई 2,000 किमी है। LAC तीन सेक्टर में विभाजित है। पूर्वी सेक्टर अरुणाचल प्रदेश से सिक्किम के बीच है, मध्य सेक्टर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बीच है, और पश्चिमी सेक्टर लद्दाख में है। पश्चिमी सेक्टर यानी लद्दाख में ही भारत और चीन के बीच मतभेद है।
पूर्वी-लद्दाख में भारत-चीन सीमा (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर दोनों देशों के बीच क़रीब 1 साल से तनाव चल रहा है। इस सीमा-विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच अब तक 9 दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता हो चुकी है और इस बीच, भारत सरकार लगातार ये कहती रही है कि वो बातचीत के ज़रिए शांति बहाली का प्रयास कर रही है।
साल 1913-1914 में जब ब्रिटेन और तिब्बत के बीच सीमा निर्धारण के लिए ‘शिमला सम्मेलन’ हुआ तो इस बातचीत के मुख्य वार्ताकार थे सर हेनरी मैकमोहन। इसी वजह से इस रेखा को मैकमोहन रेखा के नाम से जाना जाता है। शिमला समझौते के दौरान ब्रिटेन, चीन और तिब्बत, अलग-अलग पार्टी के तौर पर शामिल हुए थे।
वर्तमान स्वरुप की बात करें तो चीन के पास 2.35 लाख नौसैनिक हैं जबकि भारत के पास केवल 58 हजार 350 सैनिक हैं। चीनी वायुसेना में जहां 3 लाख 98 हजार सैनिकों की क्षमता रखती है, वहीं भारत के पास केवल 1 लाख 27 हजार सैनिक हैं। इस तरह चीन के पास थल, जल और नभ सेना को मिलाकर 14.83 लाख की ताकतवर सेना है।
भारत और बांग्लादेश
यह भारत का पूर्वी सीमावर्ती पड़ोसी देश है, जो तीनो तरफ से भारत से घिरा है। यह विश्व के सबसे बड़े डेल्टा पर स्थित है। भारत और बांग्लादेश के बॉर्डर की लंबाई 4096.70 किमी है। पश्चिम बंगाल के साथ बांग्लादेश की सीमा सबसे ज्यादा लम्बी है। बंगाल, असम, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम जैसे राज्यों से बांग्लादेश का बॉर्डर मिलता है। ढाका इस देश की राजधानी है।
भारत और भूटान
भारत भूटान के साथ 699 किमी लंबी सीमा साझा करता है। सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम और अरुणाचल प्रदेश से भूटान की सीमा छूती है। भारत-भूटान सीमा पर सशस्त्र सीमा बल, सीमा सुरक्षा के रूप में तैनात है। रोड के माध्यम से भी भारत से भूटान जाया जा सकता है। भूटान जाने के लिए पासपोर्ट वीजा की जरूरत नहीं लगती है। थिम्पू भूटान की राजधानी है। यह एक हिमालयी राज्य है। भूटान को Land of Thunderbolt कहा जाता है। संकोशु, तोंगसायु और मानस यहाँ की प्रमुख नदियां है जो ब्रह्पुत्र की सहायक नदियां है।
भारत और नेपाल
भारत से नेपाल जाना भूटान जितना ही आसान है। यहां जाने के लिए न पासपोर्ट और न ही वीजा की जरूरत होती है। भारत और नेपाल बॉर्डर की लंबाई 1,850 किमी है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, बंगाल और सिक्किम से नेपाल का बॉर्डर छूता है। भारत की तरफ से सशस्त्र सीमा बल बॉर्डर की निगरानी करते हैं। यह एक अन्यस्थ राज्य (Buffer State) है। यह Land Locked देश भी है। कांठमांडू यहाँ का सबसे बड़ा नगर और देश की राजधानी भी है। भारत ने नेपाल को सचल मृदा परिक्षण प्रयोगशाला उपहार में दी है। भारत और नेपाल के मध्य मेची नदी पर एक पुल का निर्माण करने की सहमति बनी है। यहाँ की नदियों में कोसी, बागमती, गंडक, काली, करनाली और अरुण यहाँ की सदानीरा नदियां है। भारत की मदद से यहाँ त्रिशूली, कोसी, पंचेश्वर, सप्तकोसी और नउमूरे जैसी परियोजनाएं विकसित की गई है।
भारत और म्यांमार
भारत और म्यांमार के बॉर्डर की लंबाई 1643 किमी है। भारत और म्यांमार की सीमा पर रहने वाले लोगों को एक दूसरे की सीमा में 16 किमी तक बिना वीजा के घुसने की अनुमति है। अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैंड और मणिपुर की सीमाएं म्यांमार से लगती हैं। इसे स्वर्ण पैगोडा का देश कहा जाता है। मांडले और यंगून/रंगून इसकी पुरानी राजधानी है। इरावदी नदी को यहाँ की जीवनधारा भी कहा जाता है। म्यांमार उन तीन देशो में शामिल है, जो इंटरनेशनल इकाई प्रणाली का प्रयोग नहीं करते। यहाँ मीठे पानी की इनले झील स्थित है।
भारत और अफगानिस्तान
भारत और अफगानिस्तान के बॉर्डर की लंबाई महज 106 किमी है। अफगानिस्तान का यह हिस्सा पाक अधिकृत कश्मीर से लगता है, जिसे पाकिस्तान अपना भाग मानता है। मगर भारत के लिए यह हिस्सा भारत का अंग है। यहाँ मुखयत अफीम की खेती है। अफगानिस्तान का बामियान प्रदेश, बुद्ध की मूर्ति के लिए काफी प्रसिद्ध है। इसकी राजधानी काबुल है। यहाँ की बामियान घाटी और जाम की मीनार को UNESCO की सूचि में शामिल किया गया है।