इंटरनेट के माध्यम किसी कम्प्यूटर, मोबाइल या अन्य उपकरण से पत्र भेजने का एक तरीका है। एक ई-मेल को भेजने के लिए एक ई-मेल पते (ID) की आवश्यकता होती है, जो यूजर-नेम और डोमेन नेम से मिलकर बना होता है। आमतौर इंटरनेट पर कई मुफ्त ई-मेल सेवायें उपलब्ध है। जिस प्रकार एक ई-मेल को कंप्यूटर से भेजा जाता है, उसी प्रकार से एक ई-मेल को स्मार्टफ़ोन से भी भेजा जा सकता है।
प्राचीन काल में पत्र भेजने के लिए कबूतर का प्रयोग करते थे। धीरे-धीरे समाज में परिवर्तन हुआ और कबूतर का स्थान एक डाकिये ने ले लिया। यह सिलसिला कई शताब्दियों तक चलता रहा। डाकिया ही पत्र को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा करता था। मगर वर्तमान समय में दुनिया में इतने अविष्कार हो चुके हैं कि पत्र भेजने के बहुत साधन उपलब्ध है – जैसे ई-मेल, SMS, व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम एवं टेलीग्राम के माध्यम से आप अपने संदेश को दूसरों तक पहुंचा सकते हैं।
सोशल मीडिया ने वर्तमान में इतना प्रसार प्रचार कर लिया है कि यह मैसेज भेजने का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन गया है। अगर हम ई-मेल की बात करते हैं तो ई-मेल आज भी मोबाइल या कंप्यूटर के द्वारा इंटरनेट से ही भेज जाती हैं, जिसके माध्यम से हम किसी भी प्रकार के फोटो, फाइल, पीडीएफ आदि डाक्यूमेंट्स भेज सकते हैं। यह आज भी एक सुरक्षित तरीका माना जाता है।
सरकारी या निजी संस्थानों में भी ई-मेल को सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है। क्योंकि इसके द्वारा आपके अकाउंट में किसी प्रकार की चोरी का कोई डर नही होता है, न ही किसी प्रकार के ट्रांसपोर्ट में प्रॉब्लम आती है। यह एक स्थान से दूसरे स्थान में कुछ ही सेकंड में पहुंच जाती है।
ई-मेल के फायदे या लाभ
वर्तमान समय की बात करें तो ईमेल आईडी के फायदे ही फायदे हैं जो इस प्रकार है।
- ईमेल आईडी से समय एवं पैसे दोनों की बचत होती है।
- ईमेल के द्वारा संदेश भेजने के लिए किसी ट्रांसपोर्ट की आवश्यकता नहीं होती बल्कि इसके लिए इंटरनेट जरूरी होता है।
- आपका भेजा गया संदेश सुरक्षित स्थान पर एवं समय पर पहुंचता है।
- सुरक्षा के उद्देश्य से ईमेल एक सुरक्षित तरीका है।
- इमेल के द्वारा pdf वीडियो इमेजिस इमेजेस 5 साल से रह सकते हैैं।
- इमेल द्वारा संदेश भेजने के लिए किसी पोस्टमेन की आवश्यकता नहीं होती।
- बहुत-सी कंपनियां अपने (उत्पाद) प्रोडक्ट का प्रचार करने के लिए ई-मेल का प्रयोग करती हैं।
प्राचीन काल से पत्र भेजने के बहुत विकल्प हमारे सामने आ चुके हैं। तथा वर्तमान समय में भी इसके लिए नए विकल्प खोजे जा रहे हैं। क्योंकि ई-मेल के द्वारा हम इंटरनेट के माध्यम से ही अपना संदेश भेज सकते हैं। किसी वजह से इंटरनेट न होने पर या ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क न आने के कारण, यह सुविधा असफल हो जाती है। इसलिए ऐसा विकल्प होना चाहिए। ताकि कितनी भी दूरी पर बिना इंटरनेट के संदेश को भेजा जा सके। ब्लूटूथ इसका एक विकल्प है। लेकिन दूरी अधिक हो जाने के कारण यह काम नहीं करता। इसलिए आने वाले समय में ई-मेल से अच्छा विकल्प आ सकता है।
ई-मेल वर्तमान समय में सबसे ज्यादा संदेश भेजने वाला विकल्प है। इसके माध्यम से हम किसी प्रकार का फोटो फाइल या पीडीएफ एक स्थान से दूसरे स्थान को आसानी के साथ दे सकते हैं। मगर भारत के संदर्भ में यह पूर्णतः सफल साधन नहीं माना जाता। इसलिए आज भी भारत देश के अंदर डाकिया के द्वारा पत्र को भेजा तथा प्राप्त किया जाता है। उसका कारण यह है कि भारत पूर्णतः शिक्षित देश नहीं है और यहां की अधिकतर आबादी ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र में इंटरनेट एवं अन्य साधनों जैसे उपकरण प्रत्येक व्यक्ति नहीं खरीद सकता।
अगर उसे एक पत्र भेजना है तो वह ₹5 का लिफाफा लेकर अपना संदेश दूसरे स्थान पर भेज सकता है। मगर ई-मेल करने के लिए उसे खुद का लैपटॉप, कंप्यूटर या मोबाइल की आवश्यकता पड़ेगी या किसी कंप्यूटर दुकान पर जाकर वह अपना संदेश ई-मेल के द्वारा भेज सकता है जो थोड़ा-सा महंगा पड़ता है।
भारत में कुछ गांव ऐसे हैं, जहां पर कंप्यूटर एवं इंटरनेट की सुविधाएं नहीं है। वहां पर इस तरह की समस्याएं आती है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि ई-मेल वर्तमान समय में सबसे अच्छा साधन है। मगर इस पर पूर्ण रूप से निर्भर नहीं रहा जा सकता।
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