भारतीय रेलवे ने एक नई योजना शुरू की है जिसका नाम है भारत गौरव योजना। इस योजना के अंतर्गत निजी टूर ऑपरेटर ट्रेन को किराए पर ले सकते हैं अर्थात ट्रेन को लीज या कॉन्ट्रैक्ट पर ले सकते हैं तथा अपनी इच्छा के अनुसार वह ट्रेन को किसी भी रूट पर ले जा सकते हैं।
इस योजना से पहले आपने अक्सर सुना होगा कि जमीन को पट्टे या लीज पर लिया जाता है, मगर वर्तमान समय में ट्रेन जो एक भारतीय संपत्ति है, उसे भी लीज पर लेने की योजना है। अब लीज पर दी गई ट्रेनों पर न केवल केंद्र सरकार का अधिकार होगा, बल्कि किसी सोसाइटी, ट्रस्ट यहां तक कि राज्य सरकारें भी अपनी इच्छा अनुसार ट्रेन को चला सकते हैं। अर्थात लीज होल्डर या राज्य सरकार अगर चाहे तो वह अपनी इच्छा अनुसार किसी भी तीर्थ स्थल पर वह ट्रेन को ले जा सकता है।
- आवेदन करने हेतु : कोई भी व्यक्ति या सरकार ₹1 लाख की राशि के साथ पंजीकरण कर सकता है अर्थात ट्रेन को पट्टे पर लेने के लिए आवेदन कर सकता है। एग्रीमेंट का समय कम से कम 2 साल तथा अधिक से अधिक 10 साल के लिए होता है। इसके लिए ऑपरेटर को 1 करोड़ रुपए तक की राशि भी देनी होती है, जो ट्रेन की सुरक्षा के लिए होती है।