आज से हजारों साल पहले आदिमानव लोग जंगलों में रहते थे तथा जानवरों का शिकार करके अपना भोजन करते थे। इसके अलावा प्रकृति के द्वारा दिए गए खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जी एवं विभिन्न प्रकार की खाद्य पत्तियों को वें लोग अपने भोजन के रूप में ग्रहण करते थे। यह सच है कि वे लोग मांस को ज्यादातर खाते थे एवं स्वस्थ रहते थे, मगर इसका कारण यह नहीं है कि मांस के अंदर सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है, जिसके कारण वह मांस का सेवन करते थे।
दरअसल मांस एवं प्रकृति द्वारा दिए गए खाद्य पदार्थों के अलावा उन्हें अन्य पदार्थों का पता ही नहीं था, इसलिए वे मांस का सेवन करते थे। मांस प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है लेकिन यह कहना गलत है कि मांस प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत है।
भारत एक वैदिक राष्ट है, अर्थात यहां संस्कृति को एक विशेष दर्जा दिया गया है। शुरुआती दौर में जब डॉक्टर की पढ़ाई करने के लिए कुछ भारतीय यूरोप जैसे देशों में पहुंचे तो वहां उन्हें अनुसंधानों के माध्यम से यह पढ़ाया गया कि मांस के अंदर सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है। उसका कारण यह था कि यूरोप जैसे देशों में पशुपालन ज्यादा होता है और वह मांस को मुख्य भोजन के रूप में प्रयोग करते थे। दूध, सोयाबीन एवं अन्य प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का उत्पादन यूरोप जैसे देशों में कम मात्रा में होता है। इसलिए वहां के लोग मांस को प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत मानते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। इसीलिए उन्हीं लोगों ने जो लोग दूसरे देशों से पढ़ाई करके भारत में आए तो उन्होंने भी मांस को प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत बताया। भारत में आज भी 80 प्रतिशत लोगों को यह पता नहीं है कि मांस प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है, बल्कि मांस को भारतीय लोग अपने स्वाद के लिए खाते हैं। मांस में प्रोटीन पाया जाता है, यह सिर्फ मेडिकल क्षेत्र तक सीमित है। भारत में आज भी इस भोजन को नकारात्मक दृष्टि से देखा जाता है।
प्रोटीन के मुख्य स्रोत
सोयाबीन
सोयाबीन खाद्य पदार्थों में सबसे अच्छा प्रोटीन का स्रोत माना जाता है। इसमें लगभग 42 प्रतिशत प्रोटीन पाया जाता है। सोयाबीन को दाल के रूप में खाया जाता है जो कि एक स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन है।
अण्डा
अंडा पृथ्वी पर प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। इसमें विटामिन खनिज एवं एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंडे के सफेद वाले हिस्से में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। इस प्रकार अंडा एक अच्छा स्रोत है।
दूध
दूध संपूर्ण भोजन भी कहलाता है। क्योंकि दूध के अंदर वह सभी तत्व मिले होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। प्रोटीन दूध में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
नट्स एवं बीज
बादाम अखरोट एवं पिस्ते आदि ऐसे कुछ ड्राई फ्रूट्स हैं जिनके अंदर प्रोटीन भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। ड्राई फ्रूट्स खाने से दिल से संबंधित होने वाली बीमारी कम होती है। ड्राई फूड्स में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी होती है। इसलिए इनका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए।
दूध से बना पनीर
पनीर भी एक अच्छा प्रोटीन है। मांस एवं पनीर में लगभग बराबर मात्रा में प्रोटीन पाई जाती है। इस प्रकार प्रोटीन लेने का एक अच्छा स्रोत पनीर भी है।
मसूर की दाल
वैसे तो सभी प्रकार की दालों में प्रोटीन पाया जाता है। दालें प्रोटीन का सबसे शुद्ध एवं शाकाहारी स्रोत है। प्रोटीन के मामले में दालों का कोई विकल्प नहीं है।
ओट्स
ओट्स भी प्रोटीन का एक अच्छा विकल्प है। ओट्स के अंदर प्रोटीन के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट्स काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। ओट्स को हम ब्रेकफास्ट के तौर पर ले सकते हैं। यह एक हल्का खाना एवं उच्च कैलोरी युक्त खाना है।
इस प्रकार प्रोटीन के लिए विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ उपलब्ध है।
Pingback: Silver Revolution in Hindi I रजत क्रांति का संबंध किससे है? - Mountain Ratna