उत्तरी अमेरिका की नदियां या अपवाह क्षेत्र को समझाइये।

उत्तरी अमेरिका में नदियों का प्रवाह चारों ओर से है। यहां पश्चिम में रॉकी पर्वतीय प्रदेश, पूर्व में अप्लेसियन पर्वत, उत्तर में कैनेडियन क्षेत्र प्रमुख जल विभाजक है। इस जल विभाजक द्वारा ही उत्तरी अमेरिका के जलप्रवाह का निर्धारण होता है। उत्तरी अमेरिका की नदियों द्वारा चार अपवाह प्रदेश का निर्धारण होता है, जो इस प्रकार हैं —

  1.  प्रशांत महासागर जल-प्रवाह प्रणाली
  2.  आंध्र महासागर जल-प्रवाह प्रणाली
  3.  आर्कटिक महासागर जल-प्रवाह प्रणाली
  4.  आंतरिक जल-प्रवाह प्रणाली

(1) प्रशांत महासागर जल-प्रवाह प्रणाली

इस प्रवाह प्रणाली का निर्धारण रॉकी पर्वतीय क्षेत्र से होता है। रॉकी के पश्चिमी ढाल से निकलने वाली नदियां प्रशांत महासागर में गिरती है। इनमें प्रमुख नदियां —

  •  यूकन नदी :  यह यूकन पठार से निकलती है और बेरिंग सागर में गिरती है। यह अलास्का राज्य की मुख्य नदी है। इसकी सहायक नदियां टनामा और पोरक्यूवाइन है।
  •  फ्रेजर नदी :  यह कोलंबिया पठार से निकलती है और बैंकुवर नगर के निकट प्रशांत महासागर में गिरती है।
  •  स्कीना नदी :  यह टाटलाटुई झील से निकलती है और प्रशांत महासागर में गिरती है।
  •  कोलंबिया नदी :  यह नदी सेल्कर्क पर्वत से निकलती है और प्रशांत महासागर में गिरती है। ग्रैंड कुली बांध किस नदी पर स्थित है।
  •  सैक्रामेंटो तथा सेंजाक्वीन नदी :  यें कैलिफोर्निया राज्य की नदियां हैं। यह रॉकी पर्वत के पश्चिमी ढालो से निकलती है और एक दूसरे के विपरीत दिशा में प्रवाहित होते हुए ऑकलैंड के निकट प्रशांत महासागर में सान फ्रांसिस्को की खाड़ी में गिरती है, जिसे स्वर्ण द्वार (Golden Gate) कहा जाता है।
  •  कोलोरेडो नदी :  यह रॉकी पर्वत के पश्चिमी ढालों से निकलती है और कैलिफोर्निया की खाड़ी में गिरती है। ग्रैंड कैनियन विश्व प्रसिद्ध कैनियन है। यह विश्व का सबसे गहरा कैनियन है।

(2) आंध्र महासागर जल-प्रवाह प्रणाली

यहां की नदियां लैबराडोर पठार, कैनेडियन शील्ड, अप्लेसियन पर्वत तथा रॉकी के पूर्वी ढाल से निकलती है और अटलांटिक महासागर में गिरती है। इनमें हैमिल्टन, सेंटलॉरेंस, हडसन, मोहावक, डिलावेयर, सस्केहाना, जेम्स, रोनोक, पोटामैक, मिसिसिपी-मिसौरी तथा राओग्रांडे प्रमुख नदियां हैं।

    • लैब्राडोर पठार की नदियां : यहां से हेमिल्टन नदी निकलती है, जो अटलांटिक महासागर में गिरती है।
    • कैनेडियन शिल्ड की नदियां : सेंटलॉरेंस यहां की प्रमुख नदी है जो ग्रेट लेक से निकलकर अटलांटिक महासागर में गिरती है। यह नदी सुपीरियर, मिशीगन, ह्यूरिन, ईरी तथा ओंटेरियो झील के जल को अटलांटिक महासागर की ओर ले जाती है।
  • अप्लेसियन के पूर्वी ढाल से निकलने वाली नदियां : यहां से हडसन, मोहावक, डिलावेयर, सस्केहाना, जेम्स, रोनोक, पोटामैक आदि नदियां निकलती हैं।

रॉकी पर्वत के पूर्वी ढाल से निकलने वाली नदियां मिसीसिपी-मिसौरी : यहां मिसिसिपी-मिसौरी प्रमुख नदी है। इसकी सहायक नदियां ‘अरकन्स एवं रेड’ रॉकी के पूर्व ढाल से निकलकर मिसीसिपी-मिसौरी में मिलती है। मिसीसिपी उत्तरी अमेरिका की सबसे लंबी नदी है, जो USA के मिनीसोटा राज्य के विनिपेगोसिस झील से निकलती है। मिसौरी नदी इसकी प्रमुख सहायक नदी है।

(3) आर्कटिक महासागर जल प्रवाह प्रणाली

यहां की नदियां आर्कटिक सागर में सीधे या हडसन की खाड़ी में गिरती है।

आर्कटिक सागर में सीधे गिरने वाली नदियां

  • मैकेंजी : यहां की प्रमुख नदी मैकेंजी है जो ग्रेट स्लेब से निकलकर उत्तर की ओर प्रवाहित होती है। इसमें लियार्ड तथा ग्रेड बियर नदी मिलती है। अन्य नदियों में – एंडरसन, हौर्टन व कॉपर माइन।

हडसन की खाड़ी में गिरने वाली नदियां
यहां का अपवाह क्षेत्र के चारों ओर कैनेडियन शिल्ड स्थित है। यहां अनेक हिमानी कृत झीलें हैं, जो नदियों के अपवाह से मिली हुई हैं। इन झीलों में विनिपेग, विनिपेगोसिस मैनीसोटा तथा वुड आदि है।

  • सस्केचवान नदी : यह रॉकी पर्वत के पूर्वी ढाल से निकलकर विनिपेग झील में मिलती है। सेवर्ण नदी सैण्डी झील से निकलती है, और हडसन की खाड़ी में गिरती है। अलवैनी, चर्चिल, फोर्टजार्ज तथा मुसे नदिया भी हडसन की खाड़ी में गिरती है।

(4) आंतरिक जल प्रवाह प्रणाली

इसके अंतर्गत वैसी नदियां है जो समुद्र तक नहीं जाती बल्कि स्थलीय भाग में ही प्रभावित होती है, इनमें झीलों का निर्माण होता है। यह नदियां ग्रेट बेसिन क्षेत्र में प्रवाहित होती हैं, जो रॉकी पर्वतीय प्रदेश के मध्य स्थित पठारी क्षेत्र है। जैसे हंबोल्ट नदी।
इस क्षेत्र की प्रमुख झीलें :  ग्रेट साल्ट झील, सेवियर झील, उटाह झील, वालकर झील, फैंकलीन झील, पिशमीड झील तथा वियन झील प्रमुख है।

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