रजत क्रांति का संबंध अंडा उत्पादन से है। भारत में मुर्गी का अंडा तथा मांस की उत्पादकता अत्यंत कम है। भारतीय मुर्गी 1 वर्ष में औसतन 60 अंडे देती है। जबकि यूएसए में 295 अंडे देती है। ऐसी स्थिति में सुधार करने के लिए 5 कुक्कुट फार्म बेंगलुरु, मुंबई, भुवनेश्वर, दिल्ली और शिमला में स्थापित किए गए तथा वहां पर उन्नत नस्ल की मुर्गियां संस्करण हेतु आयात की गई। इस प्रकार के अनन्य प्रयासों के माध्यम से देश में अंडा उत्पादन तथा मुर्गियों की उत्पादकता में सुधार हुआ, जिसे रजत क्रांति के नाम से जाना है।
भारत में रजत क्रांति अर्थात सिल्वर क्रांति का जनक इंदिरा गांधी को मनाया है। क्योंकि रजत क्रांति को आगे बढ़ाने में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आंध्र प्रदेश भारत का सबसे ज्यादा अंडा उत्पादक राज्य है। विश्व के संदर्भ में भारत, चीन एवं अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर है।
भारतीय संस्कृति के अनुसार, अंडा एक मांसाहारी भोजन है, जबकि ऐसा नहीं है। अंडे को शाकाहारी श्रेणी में रखा जाता है। अंडे को तीन भागों में बांटा गया है। सबसे ऊपरी भाग अर्थात छिलके के अंदर कैल्शियम कार्बोनेट, सफेद वाले भाग में प्रोटीन तथा पीले वाले भाग में विटामिन A,B,D तथा वसा प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
One thought on “रजत क्रांति से आप क्या समझते हैं एवं इसकी शुरुआत क्यों की गयी थी?”
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