दिन में तारे क्यों नहीं दिखते हैं?

दोस्तों, जैसे कि आप जानते हैं कि प्रत्येक वस्तु को देखने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है, चाहे वह प्रकाश प्राकृतिक हो या कृत्रिम। प्राकृतिक प्रकाश के अंतर्गत सूर्य का प्रकाश आता है एवं कृत्रिम प्रकाश में मानव द्वारा बनाए गए उपकरण जैसे बल्ब इत्यादि का प्रयोग करते हैं।

जब हम प्रकाश की बात करते हैं तो उस संदर्भ में सूर्य के प्रकाश की ही बात की जाती है। इस प्रकार पृथ्वी एवं पृथ्वी से बाहर की वस्तु को देखने के लिए सूर्य के प्रकाश का ही प्रयोग किया जाता है।

प्रकाश किसी वस्तु को देखने का मुख्य माध्यम है। मगर बिना आंखों के भी हम किसी वस्तु को नहीं देख सकते। इसलिए किसी भी वस्तु को देखने के लिए प्रकाश के साथ-साथ स्वास्थ्य आंखों का भी होना बहुत जरूरी है।

  • सितारे या तारे (Stars) ही प्रकाश (Light) का मुख्य माध्यम है। इस प्रकार सूर्य भी एक तारा (Star) है। सूर्य पृथ्वी से अन्य तारों के अनुपात (Ratio) में ज्यादा दूर नहीं है। मगर जिन तारों को हम रात में देखते हैं, वे पृथ्वी से बहुत अधिक दूरी पर है। इसलिए उन तारों का प्रकाश पृथ्वी पर नहीं आ पाता, जिसके कारण हम तारों को दिन में नहीं देख सकते। सूर्य के प्रकाश की तीव्र रोशनी के कारण अन्य तारे सूर्य की रोशनी में धूमिल (Invisible) हो जाते हैं एवं जब सूरज अपनी दिशा (Direction) बदल देता है अर्थात रात (Night) हो जाती है तो उस दशा में ये तारे आसमान में चमकते दिखाई देते हैं। 

उपग्रह, ग्रह तथा क्षुद्रग्रह आदि प्रकाश की रोशनी में ही चमकते हैं। यहां तक कि हम जिस चंद्रमा को देखते हैं, वह भी प्रकाश की रोशनी के कारण ही चमकता है।

नोट : जब प्रकाश या रोशनी किसी वस्तु पर पड़ती है और उस वस्तु से टकराकर (Reflection) रोशनी हमारी आंखों पर पड़ती है तभी हम उस वस्तु को देख पाते हैं।