ट्राइकोडेस्मियम एरिथ्रियम नमक नीली-हरी शैवाल लाल सागर में जल के ऊपर तैरती रहती है और उसे लाल रंग प्रदान करती है, जिसके कारण इस सागर का रंग लाल दिखाई देता है। वास्तव में लाल सागर के पानी का कोई रंग नहीं है।
लाल सागर के बारे में
लाल सागर अफ्रीका एवं एशिया के मध्य स्थित है। यह हिंद महासागर में स्थित एक खाड़ी है, जिसका पानी बहुत अधिक खारा है। अदन की खाड़ी लाल सागर एवं हिंद महासागर को जोड़ती है। इसके आसपास रेगिस्तानी जलवायु स्थित है। जहां पर सदैव उच्च तापमान बना रहता है। उत्तरी अफ्रीका तथा यूरोप का एशिया के देशों से स्वेज नहर द्वारा संबंध होने के कारण इसकी व्यापारिक महत्वता बहुत बढ़ गई है। इसके अलावा यह भूमध्य सागर एवं हिंद महासागर को प्रत्यक्ष रूप से दौड़ता है। यह दक्षिण पूर्व भूमध्य सागर के पूर्वी छोर पर स्थित है। इसके उत्तर में लेबनान, पूर्व में सीरिया और जॉर्डन तथा दक्षिण-पश्चिम में मिस्र है। लाल सागर की गहराई अधिकतम 2211 मीटर है।
स्वेज नहर और लाल सागर
स्वेज नहर भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ती है। इस नहर का निर्माण 1869 में हुआ था। इस नहर के बन जाने से एशिया एवं यूरोप के बीच की दूरी बहुत कम हो गई है। जब इस नहर का निर्माण नहीं हुआ था। उस समय यूरोप से आने वाले जहाज एशिया को जाने के लिए अफ्रीका के केपटाउन से होकर जाया करते थे। मगर इस नहर के बन जाने से हजारों किमी की दूरी खत्म हो गई है। नहर की लंबाई 165 किमी तथा गहराई 10 मीटर है।