विश्व व्यापार संगठन या WTO एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, इसका पूरा नाम World Trade Organization है, जो विश्व व्यापार के लिए उत्तरदाई है। अर्थात यह विश्व व्यापार के लिए नियम बनाता है। इसकी स्थापना 1995 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुई थी। प्रारंभ में इसे गेट के नाम से जाना जाता था। WTO का मुख्यालय जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में स्थित है।
विश्व व्यापार संगठन की स्थापना जिस समझौते के तहत की गई थी, उसे मारकेश समझौते के नाम से जाना जाता है। इसके लिए वर्ष 1994 में मोरक्को में मारकेश नामक स्थान पर हस्ताक्षर किए गए थे। वर्तमान समय में WTO में 164 सदस्य देश शामिल है।
विश्व व्यापार संगठन की संरचना
- मंत्री स्तरीय सम्मेलन : यह संगठन की रणनीतिक दिशा तय करने और अपने अधिकार क्षेत्र के तहत समझौतों पर सभी अंतिम निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होता है।
- सामान्य परिषद : यह विश्व व्यापार संगठन का फैसला करने वाला मुख्य अंग है।
- व्यापार नीति समीक्षा निकाय : यह सभी सदस्य देशों की व्यापार नीतियों की आर्थिक समीक्षा करता है।
- विवाद निपटान निकाय : जिन देशों के बीच व्यापार संबंधी कोई विवाद होता है तो इसी निकाय के सामने अपील कर न्याय के लिए आवेदन करते हैं।
विश्व व्यापार संगठन के मुख्य उद्देश्य
- व्यापार विवादों का समाधान करना
- निर्णय लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ाना
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार हेतु नियम बनाना
- व्यापार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चलाने के लिए मंच प्रदान करना
- विकासशील देशों को वैश्विक व्यापार प्रणाली के प्रति जागरूक करना
महत्वपूर्ण नोट : नाइजीरिया की एन्गोजी ओकोंजो इवेला को विश्व व्यापार संगठन का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। यह पहली अफ्रीकी अधिकारी होने के साथ-साथ विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक पद पर प्रथम महिला भी नियुक्त की गई है। विश्व की प्रमुख संगठन के बारे में जानने के लिए Click करे..