प्रमुख लेखक :
- विद्यापति : कीर्तिलता, कीर्तिपताका, पदावली
- सूरदास : सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य-लहरी, नल दमयंती, ब्याहलो, दशम स्कंध टीका, नागलीला, भागवत, गोवर्धन लीला, सूरपचीसी, सूरसागर सार, प्राण प्यारी।
- तुलसीदास की रचनाएं : रामचरितमानस, रामललानहछू, वैराग्य संदीपनी, रामाज्ञाप्रश्न, जानकी मंगल, सतसई, पार्वती मंगल, गीतावली, विनय पत्रिका, कृष्ण गीतावली, बरवै रामायण, दोहावली और कवितावली।
- कबीर दास : 15 वीं शताब्दी के कवि थे। हिंदी साहित्य में भक्ति कालीन एवं निर्गुण शाखा के प्रवर्तक थे। कबीर की भाषा साधुकड़ी थी।
प्रमुख कृतियां – साखी, बीजक, सबद व रमैनी
- मलिक मोहम्मद जायसी : हिंदी साहित्य के भक्ति काल की निर्गुण धारा के कवि हैं।
प्रमुख कृतियां – पद्मावत, अखरावट, आखिरी कलाम, कहरनामा, चित्रलेखा
- मीराबाई : यह कृष्ण भक्ति शाखा की प्रमुख कवियत्री थी।
प्रमुख रचनाएं – नरसी का मायरा, गीत गोविंद टीका, राग गोविंद, राग सोरठ के पद व मीराबाई की पदावली
- रसखान : कृष्ण भक्ति के मुस्लिम कवि थे।
बाललीला, प्रेम वाटिका, रासलीला, फागलीला व कुंजलीला
- घनानंद की रचनाएं : प्रेमसरोवर, प्रेमपत्रिका, ब्रजवर्णन, ब्रजव्यवहार, गिरीगाथा, मनोरथमंजरी, गोकुलचरित्र, बृजस्वरूप, कृष्णकौमुदी, भावना प्रकाश, दानघटा, प्रेमपद्धति, ब्रजविलास, रसवसंत, गोकुल विनोद, प्रेमपहेली, मुरलीकामोद, प्रियाप्रसाद, घामचमत्कार, गोकुल गीत व नाममाधुरी।
- बिहारी लाल : बिहारी की एकमात्र रचना सतसई (सप्तशती) है।
- भारतेंदु हरिश्चंद्र : आधुनिक हिंदी साहित्य के पिता माने जाते हैं। वह हिंदी में आधुनिकता के पहले रचनाकार थे।
प्रमुख कृतियां – वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति, सत्य हरिश्चंद्र, श्री चंद्रावली, विषस्य विषमौषधम, भारत दुर्दशा, नील देवी, अंधेर नगरी, प्रेम जोगिनी, सती प्रताप, विद्या सुंदर, पाखंड विडंबन, कर्पूर मंजरी, भारत जननी, मुद्राराक्षस, दुर्लभ बंधु।
नाटक, लेवी प्राण लेवी, कश्मीर कुसुम, संगीत सार, स्वर्ग में विचार सभा, कालचक्र, जातीय संगीत, हिंदी भाषा।
प्रेम माधुरी, उत्तरार्ध भक्तकाल, होली, राग संग्रह, प्रेम फुलवारी, दानलीला, बंदर सभा, प्रेम मालिका, प्रेम तरंग, प्रेम प्रलाप, मधु मुकुल, वर्षा विनोद, फूलों का गुच्छा, कृष्ण चरित्र, बकरी विलाप, पूर्ण प्रकाश व चंद्रप्रभा।
- राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त : हिंदी साहित्य के इतिहास में वह खड़ी बोली के प्रथम महत्व कवि हैं। उन्हें साहित्य जगत में ‘दद्दा’ नाम से संबोधित किया जाता है। उनकी कृति भारत-भारती 1912 में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय काफी प्रभावशाली साबित हुई थी और इसी कारण महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्रकवि की पदवी से संबोधित किया। 3 अगस्त को प्रत्येक वर्ष उनकी जयंती को कवि दिवस के रूप में मनाया जाता है।
प्रमुख रचनाएं – भारत-भारती, पंचवटी, पृथ्वी पुत्र, झंकार, जय भारत, गुरुकुल, गुरु तेग बहादुर, किसान, मेघनाथ वध, रंग में भंग, राजा प्रजा, वीरांगना, स्वपनवासदत्ता, रत्नावली, हिंदू, यशोधरा, द्वापर, कुणाल गीत, स्वदेश संगीत।
- रामधारी सिंह दिनकर : वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित है। दिनकर स्वतंत्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र कवि के नाम से जाने गए।
प्रमुख रचनाएं – उर्वशी, सूरज का ब्याह, नीम के पत्ते, रश्मि रथी, धूप और धुआं, बापू, बारदोली विजय संदेश, रेणुका, कुरुक्षेत्र, दिल्ली, मिट्टी की ओर, अर्धनारीश्वर, चित्तौड़ का साका, रेती के फूल, देश-विदेश, वेणुवन, मेरी यात्राएं, चेतना की शिला, आधुनिक बोध, उजली आग, हे राम, भारतीय एकता, विवाह की मुसीबतें।
- जयशंकर प्रसाद : ये छायावादी कवि है।
प्रमुख रचनाएं – कामायनी, आंसू, लहर, कानन कुसुम, एक घूंट, चंद्रगुप्त, कामना, राज्यश्री, तितली, कंकाल, इरावती, आंधी, इंद्रजाल, छाया, आकाश दीप, प्रतिध्वनी, ध्रुवस्वामिनी, स्कंद गुप्त, झरना।
- महादेवी वर्मा : यह हिंदी साहित्य में छायावादी युग की प्रसिद्ध कवयित्री हैं। कवि निराला ने इन्हें हिंदी के विशाल मंदिर की सरस्वती भी कहा है।
प्रमुख रचनाएं – यामा, अतीत के चलचित्र, स्मृति की रेखाएं, मेरा परिवार, दीपशिखा, नीरजा, रश्मि, नीहार, पथ के साथी, गीत पर्व, दीप गीत, स्मारिका, नीलांबरा, आत्मिका, परिक्रमा, सन्धिनी.
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रचनाएँ : अनामिका, परिमल, गीतिका, तुलसीदास, कुकुरमुत्ता, अर्चना, आराधना, अप्सरा, प्रभावती, चमेली, लिली, सखी, चाबुक, चयन, संग्रह, महाभारत, रामायण की अन्तर्कथाए, महाराणा प्रताप, भीष्म, भक्त प्रहलाद, भक्त ध्रुव, रामचरितमानस-1948, आनंद मठ, विष वृक्ष, चन्द्रशेखर, रजनी, भारत में विवेकानंद
- मुंशी प्रेमचंद (धनपतराय श्री वास्तव) की रचनाएँ : गोदान, सेवासदन, गबन, निर्मला, प्रेमाश्रम, मंगलसूत्र, कर्मभूमि, कायाकल्प, रंगभूमि.
पंच परमेश्वर, गुल्ली डंडा, दो बैल की कथा, ईदगाह, बड़े भाई साहब, पूस की रात, कफन, ठाकुर का कुआँ, सद्गति, बूढ़ी काकी, तावान, विध्वंश, दूध का दाम, मंत्र.
पत्रिका – जागरण, माधुरी, हंस, चांद, मर्यादा, स्वदेश.
चांदी की डिबिया और न्याय।
- धर्मवीर भारती की रचनाएँ : अंधा युग (नाटक), गुनाहों का देवता, अनकही, नदी प्यासी थी, नील झील, मानव मूल्य और साहित्य, ठण्डा लोहा, ठेले पर हिमाचल, सूरज का सातवां घोड़ा, ग्यारह सपनों का देश, सांस की कलम से, बंद गली का आखिरी मकान, मुर्दो का गाँव, स्वर्ग और पृथ्वी.
- हजारी प्रसाद द्विवेदी की रचनाएँ : सूर साहित्य, कबीर, मेघदूत: एक पुरानी कहानी, अशोक के फूल, कुटज.
- कालिदास की रचनाएँ : अभिज्ञानशाकुन्तलम्, मालविकाग्निमित्र, कुमार संभव, मेघदूत, ऋतुसंहार, रघुवंशम्
- हरिवंश राय बच्चन की रचनाएं : मधुशाला, मधुबाला, खादी के फूल, हैमलेट
- विष्णु शर्मा : पंचतंत्र
- जयदेव : गीत गोविन्द
- विशाखदत्त : मुद्राराक्षस, देवी चन्द्रगुप्तम्
- दण्डिन : दशकुमारचरित, अवंती सुन्दरी
- इब्नबतूता : रेहला
- प्लिनी : नेेेेचुरल हिस्ट्री
- बाणभट्ट : हर्षचरित, कादम्बरी
- आर्यभट : सूर्यसिद्धांत
- वराहमिहिर : पंचसिद्धांतिका
- वात्स्यायन : कामसूत्र
- बाबर : बाबरनामा (तुर्की भाषा)
- गुलबदन बेगम : हुमायूँनामा
- अबुल फजल : अकबरनामा
- जहांगीर : तुजुक-ए-जहागीरी
- मुहम्मद ताहिर : शाहजहाँनाम
- जियाउद्दीन बर्नी : तारीख ए फिरोजशाही
- इंदिरा गांधी : माई टुथ
- शेक्सपियर : जूलियस सीजर, द मर्चेंट आफ वेनिस, इज यू लाइक इट
- कार्ल मार्क्स : दास कैपिटल, कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो
- फणीश्वरनाथ रेणु : मैला आँचल
- कैथरीन मेयो : मदर इंडिया
- वृंदावन लाल वर्मा : झांसी की रानी
- सरोजनी नायडू : द सांग्स आफ इण्डिया
- प्लूटो : रिपब्लिक
- मोहन राकेश : आधे अधूरे
- राजेन्द्र प्रसाद : इण्डिया डिवाइडेड
- डा. राधाकृष्णन : इण्डियन फिलासफी
- जवाहर लाल नेहरू : एज आटो बायोग्राफी, डिस्कवरी आफ इण्डिया
- आर. के. नारायण : गाइड
- फिरदौसी : शाहनामाा
- अमर सिंह : अमरकोष
- रविन्द्रनाथ टैगोर : पोस्ट आफिस, गीतांजलि
- अजीत सिंह : भारत माता (अखबार)
- अबुल कलाम आजाद : इण्डिया विन्स फ्रीडम
- महात्मा गांधी : My Experience with Truth, हिन्द स्वराज
- एडम स्मिथ : Wealth of Nations
- प्रिंस : मैक्यावलि
- लुई फिशर : गांधी एण्ड स्टलिन
- हिटलर : मीनकाम्फ
- बंकिमचन्द्र चटर्जी : आनंद मठ, वंदे मातरम
- कालिदास : अभिज्ञान शकुन्तलम
- अमृता प्रीतम : कागज ते केनवास
- सरोजनी नायडू : The Broken Wing, The Golden Threshold, The bird of Time
- ज्योतिबा फुले : गुलामगिरि
- एम. विश्वेश्वरैया : Planned Economy for India
- गुन्नार मिर्डल : एशियन ड्रामा
- एनी बेसेन्ट : न्यू इंडिया (दैनिक पत्र), कोमनवील (साप्ताहिक पत्र)
- राजा राममोहन राय : संवाद कौमुदी,
मिरात उल अखबार
- दयानंद सरस्वती : सत्यार्थ प्रकाश
- स्वामी विवेकानंद : ज्ञानयोग, राजयोग, कर्मयोग, संगीत कल्पतरु, माई मास्टर, इंसपायर्ड टोक, उदबोधन (बंगाली पत्र), प्रबुद्ध भारत (अंग्रेज़ी पत्र)
- बालगंगाधर तिलक : मराठा (अग्रेजी मैगज़ीन), दर्पण पत्रिका, केसरी (मराठी), गीता रहस्य (जेल में)