नीली अर्थव्यवस्था क्या है?

समुद्री रास्तों, नए बंदरगाहों एवं समुद्री सामरिक नीति के माध्यम से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना ही ब्लू इकोनॉमी (Blue Economy) कहलाता है। भारत 3 ओर समुद्र से घिरा हुआ है। ऐसे में ब्लू इकोनॉमी पर फोकस करना अर्थव्यवस्था के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। देश में समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था यानी ब्लू इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। समुद्र में अपार संसाधनों की वजह से देश में हजारों लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही अर्थव्यवस्था में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

समुद्र में मौजूद विभिन्न मछलियां, खनिज एवं अनेक संसाधनों के मामले में भारत एक धनी देश है। सरकार ने देश की ब्लू इकोनॉमी अर्थात समुद्री क्षेत्र पर आधारित अर्थव्यवस्था को नया रूप देने की दिशा में काम शुरू किया गया है।

इस योजना के तहत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और लम्बी समुद्री सीमाओं का भरपूर इस्तेमाल करते हुए देश को ब्लू इकोनॉमी के तौर पर खड़ा किया जाएगा। इस वक्त ब्लू इकोनॉमी के तहत मुख्य फोकस खनिज पदार्थो समेत समुद्री उत्पादों पर है।

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