प्लास्टिक पैसा (Plastic Money) किसे कहते है?

(1) सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic product) किसे कहते हैं?

यह किसी अर्थव्यवस्था में एक दी हुई समय अवधि में (1 वर्ष) उत्पादित वस्तुओं तथा सेवाओं के परिणाम की मौद्रिक माप है।

(2) संसाधन (Resources) किसे कहते हैं? 

मानव समाज में प्रयोग किए जाने वाले द्रव्य,माल तथा वस्तुएं संसाधन के नाम से जानी जाती हैं। समय के साथ प्रौद्योगिकी या रुचि में परिवर्तन से संसाधनों का सापेक्ष महत्व बदल सकता है। ऊर्जा संसाधन के रूप में लकड़ी का स्थान कोयला, कोयले का स्थान विद्युत ले सकती है।

(3) जीवन प्रत्याशा किसे कहते हैं? 

आयु पर जीवन प्रत्याशा को लोगों के जीवित रहने के औसत प्रत्याशित वर्षों के रूप में मापा जाता है। जन्म के समय जीवन प्रत्याशा एक दिए वर्ष में जन्मे शिशुओं के जीवित रहने के औसत वर्षों की संख्या है। 1 वर्ष की आयु में जीवन प्रत्याशा स्वाभाविक रूप से उन शिशुओं के द्वारा प्रत्याशित दिए गए वर्षों की संख्या है, जो अपने जीवन के प्रथम वर्ष में जीवित रह पाए।

(4) प्लास्टिक मनी (Plastic Money) क्या होती है? 

प्लास्टिक मनी से तात्पर्य विभिन्न बैंकों, वित्तीय संस्थानों तथा अन्य कंपनियों द्वारा जारी किए गए क्रेडिट कार्ड से है। भारत के लगभग सभी महानगरों एवं नगरों में क्रेडिट कार्ड का चलन बढ़ रहा है। इसे ई-मनी या सॉफ्ट मनी के नाम से भी जाना जाता है। इसके द्वारा आपके पास पैसे होते हैं लेकिन आप उस पैसे को छू नहीं सकते।

(5) स्थाई खाता संख्या (PAN-Permanent Account Number) क्या है?

परमानेंट अकाउंट नंबर या स्थाई लेखा संख्या आयकर दाताओं को आवंटित एक ऐसी संख्या है, जिससे उसके धारक द्वारा किसी वर्ष में प्राप्त की गई आय (Income) एवं अन्य लेनदेन, जिनमें PAN का उल्लेख करना अनिवार्य है, उसका लेखा-जोखा रखा जाता है ताकि कर (Tax) अपवंचन (चोरी) को रोका जा सके।

(6) लिंग बजटिंग (Gender Budgeting) किसे कहते हैं?

सभी क्षेत्रक नीतियों एवं तत्संबंधित बजटीय संसाधनों के आवंटन में लिंगमूलक भेदभाव को समाप्त करते हुए महिलाओं के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों का सुस्पष्ट उल्लेख करना जेंडर बजटिंग या लिंग बजटिंग कहलाता है।

(7) हवाला (Hawala) क्या है?

हवाला, व्यापार अधिकृत विदेशी विनिमय चैनलों को बाईपास करने वाली एक प्रणाली है। इस व्यापार में लगे लोग भुगतान घरेलू मुद्रा (Domestic Currency) में प्राप्त करते हैं तथा इसके बदले विदेशों में विदेशी मुद्रा की आपूर्ति कर देते हैं। यह व्यापार एक प्रमुख संचालक के नियंत्रण में कार्यरत एजेंटों के माध्यम से परिचालित होता है।

(8) हरित क्रांति (Green Revolution) क्या है?

वैज्ञानिक रूप से विकसित उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक तथा नियंत्रित सिंचाई की सहायता से कृषि क्षेत्र के उत्पादन की मात्रा में वृद्धि को हरित क्रांति कहते हैं। यह किसी फसल विशेष के उत्पादन की मात्रा को बढ़ाने के साथ-साथ किसी खेत विशेष में 1 वर्ष में कई फसलें उगाने की सुविधा प्रदान करता है।

(9) राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit) क्या है?

राजकोषीय घाटा कुल व्यय (राजस्व व्यय एवं पूंजी व्यय, ऋण सहित) में से राजस्व प्राप्तियों तथा अन्य प्राप्तियों (जो ऋण भुगतान के लिए सरकार को बाध्य नहीं करती) को घटाने के बाद प्राप्त होता है। अन्य प्राप्तियों में सरकारी संपत्ति, अंश पत्रों की बिक्री तथा विनिवेश लाभ सम्मिलित है।

(10) बौद्धिक संपत्ति अधिकार (Intellectual Property Rights) किसे कहते हैं?

ये वे नियम है जो पेटेंट, स्वामित्व अधिकारियों (Copyright), व्यापार संबंधी गोपनीय बातों, विद्युत साधनों एवं अन्य वस्तुओं (जिनमें मुख्य रुप से सूचना का समावेश हो) का संचालन करते हैं। ये नियम सामान्यतः मूल निर्माताओं को नियंत्रण का अधिकार और कार्य के पुनर उत्पादन के लिए मुआवजा देते हैं।

(11) नेट बैंकिंग (Net Banking) क्या है?

इंटरनेट एवं कंप्यूटर की सहायता से घर बैठे बैंकिंग के कार्यों का संचालन किया जाता है। इस प्रक्रिया को नेट बैंकिंग कहते हैं। नेट बैंकिंग के माध्यम से ग्राहक अपने कंप्यूटर का उपयोग कर अपने बैंक नेटवर्क और वेबसाइट को एक्सेस कर सकता है, इंटरनेट बैंकिंग का सबसे बड़ा लाभ यह है कि कोई भी घर बैठे या ऑफिस से बैंक सर्विस का लाभ उठा सकता है।

(12) टपकन थ्योरी (Trickle Down Theory) क्या है?

किसी देश में राष्ट्रीय आय की उच्च विकास दर का लाभ समाज के सबसे निचले पायदान पर बैठे लोगों तक पहुंचाने का सिद्धांत टपकन सिद्धांत कहलाता है। इसमें प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के साथ-साथ समाज में आय और धन के वितरण की असमानताओं में भी कमी करने का प्रयास किया जाता है।

(13) बूम (Boom) क्या है?

अर्थव्यवस्था में बूम की स्थिति उस समय कही जाती है जब आर्थिक क्रियाओं का तेजी से विस्तार होता है। यह मंदी अथवा रिसेशन की विपरीत स्थिति है। मांग में वृद्धि के परिणामस्वरूप किसी उद्योग विशेष में भी बूम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कभी-कभी आपने सुना होगा कि इन दिनों बाजार बूम पर है।

(14) काला बाजार (Black Market) किसे कहते हैं?

जमाखोरी द्वारा बाजार में कृत्रिम कमी पैदा करके वस्तुओं की कीमतें बढ़ाकर अधिक लाभ कमाने को काला बाजार कहते हैं। उदाहरण के लिए, व्यापारियों द्वारा सरसों को स्टॉक कर लिया जाता है, जिसके कारण खाद्य तेल का भाव बढ़ जाता है।

(15) बफर स्टॉक (Buffer Stock) क्या हैं?

आपात स्थिति में किसी वस्तु की कमी को पूरा करने के लिए वस्तु का स्टॉक तैयार करना बफर स्टॉक कहलाता है। सरकारी खाद्य गोदामों को संचालित करने के लिए सरकार ने एफसीआई को नियोजित किया है।

(16) तेजड़िया और मंदड़िया (Bulls & Bears) क्या है?

यह स्टॉक एक्सचेंज या शेयर बाजार के शब्द है, जो व्यक्ति स्टॉक की कीमतें बढ़ाना चाहता है, तेजड़िया कहलाता है। और जो व्यक्ति स्टॉक की कीमतें गिराने की आशा करके किसी वस्तु को भविष्य में देने का वायदा करके बेचता है, वह मंदड़िया कहलाता है।

(17) विमुद्रीकरण (Demonetization) किसे कहते हैं?

जब बाजार में काला धन बढ़ जाता है और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बन जाता है, तो इसे दूर करने के लिए विमुद्रीकरण की विधि अपनाई जाती है। इसके अंतर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को समाप्त कर देती है और नई मुद्रा चालू कर देती है जिनके पास काला धन होता है, वह उसके बदले में नई मुद्रा लेने का साहस नहीं जुटा पाते हैं और काला धन स्वयं ही नष्ट हो जाता है।

हाल ही में, 8 नवम्बर 2016 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पुराने नोटों का चलन बंद (विमुद्रीकरण) कर दिया। जिसके कारण पुराने 500 और 1000 रूपए की मुद्रा बंद कर दी गई और नए मुद्राये चलाई गई। इनसे पहले भी भारत में विमुद्रीकरण हो चुका है। भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के द्वारा सन् 1978 में सर्वप्रथम मुद्रा का विमुद्रीकरण किया गया। जिसमे 1000 और 5000 के नोट बंद किये गए थे।

(18) मुद्रास्फीति (Inflation) क्या है?

मुद्रा प्रसार या मुद्रा स्फीति वह अवस्था है जिसमें मुद्रा का मूल्य गिर जाता है और कीमतें बढ़ जाती हैं। आर्थिक दृष्टि से सीमित एवं नियंत्रित मुद्रास्फीति अल्पविकसित अर्थव्यवस्था हेतु लाभदायक होती है, क्योंकि इससे उत्पादन में वृद्धि को प्रोत्साहन मिलता है, किंतु एक सीमा से अधिक मुद्रास्फीति हानिकारक होती है।

(19) रिसेशन (Recession) किसे कहते हैं?

रिसेशन से तात्पर्य मंदी की अवस्था से है जब वस्तुओं की पूर्ति की तुलना में मांग कम हो, तो रिसेशन की स्थिति उत्पन्न होती है। ऐसी स्थिति में धन अभाव के कारण लोगों की क्रय शक्ति कम होती है और उत्पादित वस्तुएं बिक नहीं पाती है। इससे उद्योगों को बंद करने की प्रक्रिया प्रारंभ होती है। जिसके कारण बेरोजगारी बढ़ती है। 1930 के दशक में विश्वव्यापी रिसेशन की स्थिति उत्पन्न हुई थी। विश्व के सभी देशों पर उसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था।

(20) रिफ्लेक्शन (Reflection) क्या होता है?

रिसेशन अथवा मंदी की अवस्था में अर्थव्यवस्था में कुछ ऐसे कदम उठाए जाते हैं कि लोगों की क्रय शक्ति में वृद्धि हो और वस्तुओं की मांग बढे, इसके परिणाम स्वरूप मूल्य स्तर में जो वृद्धि होती है, उसे रिफ्लेक्शन कहते हैं।

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