क्षय (Tuberculosis) रोग का अर्थ क्या होता है?

दस्तक अभियान

घर-घर भ्रमण के दौरान क्षय रोगियों का चिन्हीकरण :

“क्षय रोग एक ऐसी संक्रमण बीमारी है, जो मुख्यतः फेफड़ों के साथ-साथ शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करती है। टीबी के कीटाणु टीबी रोगी के खांसने, छींकने एवं थूकने के दौरान बलगम के छोटे-छोटे कणों द्वारा फैलता है और हवा द्वारा स्वास्थ्य मनुष्य के शरीर में प्रवेश करते हैं।”

क्षय रोग (TB) एक ऐसी बीमारी है जो मायकोबैक्टीरियम ट्युबर्कुलॉसिस नामक क्षय रोग के जीवाणु के कारण होती है। TB का प्रकोप उच्च आय वाले देशों की तुलना में निम्न और मध्यम आय वाले देशों में अधिक है। TB दुनिया के लगभग हर हिस्से में मौजूद है। हालांकि, वर्ष 2014 में, TB के मामलों की सबसे अधिक संख्या दक्षिणपूर्व एशिया और अफ्रीका में थी। इस रोग का सबसे अधिक बोझ झेलने वाले 6 देश थे – भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, चीन, नाइजीरिया, और दक्षिण अफ्रीका।
विश्व क्षय रोग दिवस पूरे विश्व में 24 मार्च को घोषित किया गया है और इसका उद्देश्य है, लोगों को इस बीमारी के विषय में जागरूक करना और क्षय रोग की रोकथाम के लिए कदम उठाना। विश्व टीबी दिवस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) जैसे संस्थानों से समर्थन मिलता है।

लक्षण एवं पहचान

2 सप्ताह या अधिक समय से :  बुखार, खांसी, वजन में कमी आना, भूख कम लगना, बलगम के साथ खून आना, सीने में दर्द एवं एक्स-रे में असमान्यता आदि।

सक्रिय क्षय रोग संक्रमण के लक्षणों में कई हफ्तों तक चलने वाली खांसी बलगम या रक्त के साथ, बुखार, रात को पसीना आना, बुखार और सीने में दर्द आदि लक्षण है।

क्षय रोग से बचाव हेतु सावधानियां

  1. खांसते व छींकते समय मुंह एवं नाक को कपड़े से ढकें एवं मास्क का प्रयोग करें।
  2. खुले में न थूके एवं जमीन पर थूकने के पश्चात उस पर मिट्टी या राख डालकर ढके।
  3. खांसी व टी.बी. के रोगियों को सामान्य मरीजों से अलग हवादार कमरे में बैठने एवं लेटने की व्यवस्था होनी चाहिए।
  4. टी.बी. रोगियों का शीघ्र निदान और उचित उपचार होना चाहिए।

निक्षय पोषण योजना 

निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत समस्त चिन्हित एवं उपचारित क्षय रोगियों को ₹500 प्रतिमाह का भुगतान डी.बी.टी. के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में किया जाएगा।
इस सुविधा का लाभ उठाने हेतु प्रत्येक टी.बी. क्षय रोगी अपना खाता संख्या और आधार कार्ड राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम से संबंधित कर्मचारी को उपलब्ध कराएं। टी.बी. की समस्त आधुनिक जांचें एवं संपूर्ण उपचार प्रदेश के समस्त सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क की जाती है।

नोट : यह जानकारी सरकारी अस्पताल से ली गयी है।