कपास एक नकदी या वाणिज्यिक (Cash or Commercial crop) फसल हैं और इसका जन्म स्थान भारत ही है। यह मालवेसी कुल (Malvesi Caste) का सदस्य है। संसार में इसकी 3 किस्म पाई जाती है। प्रथम को देशी कपास के नाम से जाना जाता है तथा दूसरे को अमेरिकन कपास के नाम से जाता है। इससे रुई तैयार की जाती हैं, जिसे सफेद सोना (White Gold) कहा जाता हैं। कपास के पौधे बहुवर्षीय, झड़ीनुमा वृक्ष जैसे होते है। पुष्प, सफेद अथवा हल्के पीले रंग के होते है। कपास के फल बाल्स (Balls) कहलाते है। फल के अन्दर बीज व कपास होती है।
- दुनिया भर में प्रति वर्ष 2.6 करोड़ टन कपास का उत्पादन होता है।
- भारत प्रति वर्ष 61 लाख टन उत्पादन मात्रा के साथ दुनिया का सबसे बड़ा कपास उत्पादक (Producer) है।
- चीन 61 लाख टन वार्षिक उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर आता है।
- इंडोनेशिया 987 के साथ 68वें स्थान पर है। [ अधिक जाने – अमेरिका में कपास कहां उगाई जाती है? ]
यहां भारत में सबसे ज्यादा कपास का उत्पादन गुजरात में होता है। कपास मे मुख्य रूप से सेल्यूलोस होता है। भारत के कुल कृषित भूमि के 4.4% भाग पर कपास पैदा की जाती है।
भौगोलिक दशाएं
- एक उष्णकटिबंधीय (Tropical) पौधा है।
- तापमान – 20-35°C
- वर्षा (Rain) – 80 सेंमी के आसपास
- फसल का प्रकार – खरीफ की फसल
- बुआई (Sowing) जुलाई माह में तथा चुराई (Harvest) अक्टूबर माह में
- मिट्टी काली अधिक उपयुक्त तथा चूने की मात्रा अधिक होना चाहिए।
- कपास की कपास को तैयार होने में 230 से लेकर 260 दिन लगते है।
- गोसिपिन एक कपास प्रोटीन है, जो कीटनाशक के रूप में प्रयुक्त होता है।
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