UNO in Hindi | संयुक्त राष्ट्र संघ के बारे में

संयुक्त राष्ट्र एक अन्तरराष्ट्रीय संगठन है, जिसे संक्षिप्त में UNO (United Nation Organisation) कहते हैं। जिसका उद्देश्य अन्तरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तरराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शान्ति के लिए कार्य करना है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार-पत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई। 

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे शक्तिशाली देश संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, रूस, चीन और यूनाइटेड किंगडम ने 26 जून 1945 को मिलकर इसकी स्थापना की थी। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में 193 सदस्य देश है। सबसे नए देश के रूप में दक्षिण सूडान का जन्म हुआ, जो 11 जुलाई, 2011 को इसका सदस्य बनाया गया। वेटिकन सिटी (फिलिस्तीन) को पर्यवेक्षक देश का स्थान प्राप्त है।
संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में है। इसके अलावा इसकी कुछ संस्थाएं जिनेवा तथा कोपेनहेगन में भी हैं।

अंग्रेजी, फ्रांसीसी, रूसी, स्पेनी, चीनी और अरबी इन 6 भाषाओं को संयुक्त राष्ट्र ने राजभाषा के तौर पर मान्यता दी है। परंतु अंग्रेजी और फ्रांसीसी को ही कार्यकारी भाषा माना जाता है।

संयुक्त राष्ट्र में अगर किसी भाषा को अधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी जाती है तो उसके लिए संयुक्त राष्ट्र के कुल सदस्य संख्या के दो तिहाई बहुमत द्वारा उसे पारित किया जाता है। इस प्रकार भारत काफी समय से हिंदी भाषा को संयुक्त राष्ट्र की अधिकारिक भाषा के रूप में शामिल करना चाहता है क्योंकि भारत का यह मानना है कि हिंदी विश्व की तीसरी सबसे बड़ी भाषा है और भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र देश भी है।

हिंदी को संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषा बनाने के लिए सम्मेलन तथा सचिवालय भी खोले गए जैसे 2015 में भोपाल में विश्व हिंदी सम्मेलन तथा 2008 में मॉरीशस में विश्व हिंदी सचिवालय की स्थापना की गई। संयुक्त राष्ट्र अपने कार्यक्रमों का हिंदी भाषा में भी प्रसारण करता है। अटल बिहारी वाजपेई ने 1977 में हिंदी में भाषण देकर हिंदी को विश्व भाषा के रूप में संबोधित किया तथा 2014 में 69वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वक्तव्य भी हिंदी में प्रस्तुत किया गया।

संयुक्त राष्ट्र ने महिला और बच्चों के लिए विशेष प्रावधान बनाए हैं महिलाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र महिला के गठन को 4 जुलाई, 2010 को स्वीकृति प्रदान की थी। इस गठन की प्रमुख चिली की पूर्व प्रधानमंत्री सुश्री मिशेल बैशलेट है। इस संस्था का मुख्य कार्य महिलाओं के प्रति सभी तरह के भेदभाव दूर करके उन्हें सशक्तिकरण के लिए आगे बढ़ाना है। 1953 में 8वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा की प्रथम महिला अध्यक्ष होने का गौरव भारत की विजय लक्ष्मी पंडित को प्राप्त है।
विश्व में शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था सुरक्षा परिषद उत्तरदाई है। इसकी अपनी कोई सेना नहीं है। 

संयुक्त राष्ट्र ने मानव अधिकार के लिए एक अलग परिषद का गठन किया है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद पूर्ण रूप से कार्य करता है। इसमें –

  •  मानव अधिकार
  •  प्रवासी कर्मचारी
  •  बच्चों का अधिकार
  •  आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकार – नारी के विरुद्ध भेदभाव न करना इसके लिए अधिकार
  •  जाति, रंग, भेद निष्कासन अधिकार 
  •  यातना या प्रताड़ित करना के विरुद्ध अधिकार

संयुक्त राष्ट्र की कुछ संस्थाएं हैं, जो निम्नलिखित हैं।

  1. विश्व खाद्य कार्यक्रम : लड़ाई, आपदा या किसी प्राकृतिक या मानवीय घटना में फंसे लोगों को खाना पहुंचाना इस संस्था का उद्देश्य है। इसका मुख्यालय रोम में है और 2020 का नोबेल शांति पुरस्कार इसी संस्था को मिला है।
  2. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष : इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों की रक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान देना है। इसे संक्षिप्त भाषा में यूनिसेफ कहते हैं।
  3. अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन : मजदूरों एवं श्रमिकों के हितों की रक्षा करना।
  4. संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम : पर्यावरण की रक्षा करना तथा वनीकरण को बढ़ावा देना है। इसका मुख्यालय नैरोबी में स्थित है।
  5. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी : परमाणु हथियारों पर निगरानी रखना तथा उनका अप्रसार करना। इसका मुख्यालय वियना में स्थित है।
  6. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम : गरीबी दूर करना एवं आधारभूत ढांचे का विकास करना इसका मुख्य लक्ष्य है।

इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र की और भी संस्थाएं हैं जो इसके लिए कार्य कर रही हैं।

संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान महासचिव एंटोनियो गुटेरश है, जो पुर्तगाल के हैं, जिन्होने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल संभाला। [ India24 ]

संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्य उद्देश्य

  1. निर्धनता निवारण
  2. भूख को शून्य स्तर पर लाना
  3. अच्छा स्वास्थ्य एवं कल्याण
  4. बेहतरीन शिक्षा
  5. लिंग समानता
  6. स्वच्छ जल एवं स्वच्छता
  7. आर्थिक पहुंच के भीतर और स्वच्छ ऊर्जा
  8. सौंदर्य कार्य एवं आर्थिक वृद्धि
  9. उद्योग एवं आधारित संरचना
  10. असमानता में कमी
  11. सतत विकास के साथ शहर एवं समुदाय
  12. उत्तरदाई उपभोग एवं उत्पादन में वृद्धि
  13. जलवायु कार्यवाही
  14. जल के नीचे जीवन
  15. धरती पर जीवन
  16. शांति न्याय एवं मजबूत संस्थाएं स्थापित करना
  17. नवाचार एवं अनुसंधान में वृद्धि
  18. लक्ष्यों में भागीदारी
  19. सभी के साथ समान व्यवहार करना
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