वैश्विक मीथेन प्रतिज्ञा की घोषणा पहली बार सितंबर 2021 में अमेरिका राष्ट्रपति जो बिडेन और यूरोपीय संघ आयोग के प्रमुख उर्सुला वोन डेर लेयेन द्वारा की गई थी। यह वैश्विक मीथेन उत्सर्जन को कम करने के लिए एक समझौता है। इस प्रतिज्ञा की घोषणा 2020 के स्तर की तुलना में बढ़ाकर वर्ष 2030 तक मीथेन उत्सर्जन को 30 प्रतिशत तक कम करने के उद्देश्य से की गई थी। अमेरिका तथा यूरोप सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा मीथेन उत्सर्जन करने वाले देश हैं इसके बाद चीन भी तीसरा मिथेन गैस उत्सर्जन करने वाला देश बन गया है। इस पहल पर लगभग 100 देशों ने हस्ताक्षर किए हैं।
ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के प्रयासों का मुख्य लक्ष्य कार्बन डाइऑक्साइड गैस है जो कि मानव गतिविधियों जैसे बिजली पैदा करना जंगलों को साफ करना तथा कारखानों से निकलने वाले धुंए के कारण होता है। अगर देखा जाए तो कार्बन डाइऑक्साइड ग्लोबल वार्मिंग पर सबसे ज्यादा प्रभावशाली गैस है लेकिन औसत रूप से मीथेन वायुमंडल को सबसे ज्यादा हानि पहुंचाती है।
COP-26 के लक्ष्यों में से 2050 तक मिथेन के औसत पैरामीटर को शून्य तक लाना है, जिससे ग्रीन हाउस गैसों की मात्रा में वृद्धि नहीं हो सके।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि जिस गति से दुनिया मीथेन उत्सर्जन से निपटने के लिए आगे बढ़ी है, वह वास्तविक आशा देती है कि दुनिया अंततः गर्म गैसों से उत्पन्न बड़े खतरे के प्रति जाग रही है। इसलिए 2030 तक गैस उत्सर्जन में 30 प्रतिशत की कटौती करने पर जोर दिया गया। यहां वैज्ञानिकों का मानना है कि यह दुनिया को 2040 तक 0.3°C वॉर्मिंग से बचाने में मदद करेगी।
महत्वपूर्ण तथ्य
- मिथेन (Methane) एक रंगहीन तथा गन्धहीन गैस है
- यह ईंधन के रूप में उपयोग की जाती है।
- यह प्राकृतिक गैस का मुख्य घटक है।
- मिथेन गैस का रासायनिक सूत्र CH4 है।
- यह अल्केन श्रेणी का प्रथम सदस्य है और सबसे साधारण हाइड्रोकार्बन है।
- यह एक ग्रीन हाउस गैस है।
- मेथैन कोयला खानों में इकट्ठा हो जाती है जिससे विस्फोट एवं आग लगने की घटनाएँ हो सकती हैं।
- सोडियम एसोटेट को सोडियम हाइड्रॉकसाइड तथा कैल्सियम ऑक्साइड के साथ गर्म करके मेथैन गैस बनाई जाती है ।
- बायोगैस में 50–65 प्रतिशत मीथेन का भाग होता है।
मिथेन गैस उत्सर्जन करने वाले निम्नलिखित स्रोत
मिथेन गैस का लगभग 40% हिस्सा प्राकृतिक स्रोत जैसे आर्द्रभूमि के खेत हैं, लेकिन अब बड़ा हिस्सा मानव गतिविधियों की एक श्रृंखला के रूप में दिखाई देने लगा है। जिसमें कृषि से लेकर मवेशी और चावल उत्पादन से लेकर कूड़े के ढेर तक शामिल है। ग्लोबल वार्मिंग में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली गैसों में कार्बन डाइऑक्साइड तथा मेथेन का सबसे बड़ा भाग है।
Note – संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन – पार्टियों का सम्मेलन (UNFCCC COP) 27 की मेजबानी वर्ष 2022 में मिस्र द्वारा की गयी और COP 28 की मेजबानी 2023 में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) द्वारा की जाएगी।
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