रिवर्स रेपो रेट, रेपो रेट का लगभग उल्टा है। इसमें जब बैंक अपनी बचत का पैसा RBI में जमा करती है तो Reserve Bank of India उस पैसे पर बैंक को ब्याज देती है। RBI जिस दर से बैंक को ब्याज देती है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं। वर्तमान में रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत है।
बैंक RBI में अपना पैसा क्यों जमा करती हैं?
इसके कई कारण है जिसके कारण बैंक Reserve Bank Of India में अपना पैसा जमा करती हैं।
- लाभ के उद्देश्य से : उदाहरण के लिए, अगर बाजार में ब्याज दर 7 प्रतिशत है तथा RBI के पास जमा करने पर ब्याज दर 8 प्रतिशत है, तो इस केस में भी बैंक अपना पैसा RBI में जमा कर देती है।
- सुरक्षा के उद्देश्य से : बाजार में बैंक का पैसा असुरक्षित है। ऐसा माना जाता है कि RBI के पास पैसा सुरक्षित रहेगा तथा ब्याज दर भी लगभग समान है। तो उस केस में भी बैंक अपना पैसा RBI के पास रखना सुरक्षित समझती है।
- वस्तुओं के मूल्य को कम करने के लिए : वस्तुओं के मूल्य को कम करने के लिए भी बैंक बाजार में अपना पैसा ज्यादा नहीं लगाना चाहती, क्योंकि जब बाजार में पैसा ज्यादा होगा, तो लोगों द्वारा ज्यादा खरीदारी की जाएगी तथा वस्तुओं की कीमत बढ़ जाएगी। इसलिए यह कह सकते हैं कि बैंक यहां मुद्रा स्फीति को कम करने का कार्य करती है। ये सब कार्य, बैंक की सहायता से आरबीआई के द्वारा किए जाते हैं।
लेकिन इसका एक नकारात्मक कारण भी है। अगर बैंक अपना सारा पैसा Reserve Bank Of India में जमा करती है तथा बाजार में साख नहीं उपलब्ध कराती है तो बाजार में पैसे की कमी हो जाएगी, जिससे खरीदारी में कमी आने से वस्तु की कीमत, वास्तविक मूल्य से बहुत कम हो जाएगी और अवमूल्यन की स्थिति आ जाएगी। यह बाजार तथा देश के विकास के लिए बहुत बड़ी बाधा है।