जुलाई, 2000 में नई राष्ट्रीय कृषि नीति की घोषणा की गई थी। इस नीति में कहा गया था कि संपूर्ण कृषि उत्पादों को अगले 10 सालों में दोगुना किया जाएगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खाद्यान्न उत्पादन की वृद्धि दर 4 प्रतिशत निर्धारित की गई।
इस नई कृषि नीति का वर्णन इंद्रधनुषी क्रांति के रूप में किया गया है। जिसमें सभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से देश के कृषि क्षेत्र में आई विभिन्न क्रांतियां जैसे हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, पीली क्रांति, नीली क्रांति, लाल क्रांति, सुनहरी क्रांति, गुलाबी क्रांति, भूरी क्रांति, रजत क्रांति एवं खाद्य श्रृंखला क्रांति को एक साथ लेकर चलना होगा।
इस क्रांति को इंद्रधनुष्य/सतरंगी क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। अर्थात इस क्रांति के अंतर्गत मुख्य रूप से 7 क्रांतियों को शामिल किया गया था। जब इस क्रांति की शुरुआत हुई थी, उस समय अटल बिहारी वाजपेई की सरकार थी, जिन्होंने इस क्रांति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। {शेयर मार्किट की दुनिया}