N95 का क्या मतलब है | P श्रेणी के मास्क कैसे होते हैं?

कोरोना काल से पहले डॉक्टर तथा रिसर्च सेंटर में ही मास्क (Mask) का प्रयोग किया जाता था। मगर वर्तमान समय में लगभग 60 प्रतिशत लोग मास्क (Mask) का प्रयोग कर रहे हैं। जबकि सरकारी गाइडलाइन के अनुसार 100 प्रतिशत लोगों को मास्क (Mask) का प्रयोग करना जरूरी है। बाजार में विभिन्न प्रकार के मास्क उपलब्ध है, लेकिन N95 तथा सर्जिकल मास्क को ही सबसे ज्यादा मान्यता दी गई। कपड़े से बने मास्क से 50 प्रतिशत कीटाणु तथा विषाणु को रोका जा सकता है। हम यहां N95 तथा सर्जिकल मास्क (Surgical mask) के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे।

क्यों जरूरी है N-95 मास्क?

N श्रेणी में विभिन्न प्रकार के मास्क आते हैं, जैसे – N95, N99 & P95 आदि। ‘N’ का मतलब होता है Non Oil Resistant जोकि Non-oil Particles को हमारे शरीर में प्रवेश नहीं (वायु द्वारा) करने देता है। अर्थात N95 मास्क हवा में फैल रहे विषाणु एवं कीटाणु के सूक्ष्म कणों को 95 प्रतिशत तक रोक देता है। उसी प्रकार N99 मास्क प्रदूषित हवा में मौजूद हानिकारक पीएम 2.5 को 99 फीसदी तक फिल्टर कर देता है। इस प्रकार N श्रेणी के Mask ऑयल रेसिस्टेंट पार्टिकल्स को नहीं रोक पाते और यह हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है।

P श्रेणी के मास्क

P का अर्थ है Oil Proof अर्थात ये हवा में फैले Oil based तथा Non oil based छोटे पार्टिकल्स को शरीर के अंदर (वायु द्वारा) जाने से रोकता है अर्थात P श्रेणी के मास्क N श्रेणी की मास्क से काफी बेहतर है।

यें 3 प्रकार के होते हैं। [ India 24 ]

FFP-1

FFP-2

FFP-3

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