Quarantine शब्द को हिंदी भाषा में संगरोध कहते हैं। अर्थात ‘संक्रमण रोगों से बचाव।’ कोरोना काल से पहले इस शब्द के बारे में कुछ ही लोगों को पता था, जिनमें वैज्ञानिक एवं रिसर्च सेंटर से संबंधित कार्यकर्ता ही इस शब्द का प्रयोग करते थे। इस शब्द का प्रयोग कृषि के क्षेत्र में सबसे ज्यादा किया जाता था।
दूसरे देशों से आने वाले उच्च उत्पादित बीजों तथा पादपों को रोग, कीट व खरपतवार से मुक्त करने की प्रक्रिया को Quarantine कहते थे। नाशी, कीट एवं नाशक जीव अधिनियम 1914 के अंतर्गत भारत में आने वाले सभी पादप उत्पादों का रोग, कीट तथा खरपतवार से मुक्त होना अनिवार्य है।
उपभोग के लिए आयातित खाद्य पदार्थों के संगरोध (Quarantine) की जिम्मेदारी भारत सरकार के पादप संरक्षण, संगरोध एवं भंडारण निदेशालय की है, जबकि अनुसंधान के लिए आयातित पादप व बीज का संगरोध NBPGR नई दिल्ली, FRI देहरादून एवं भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण कोलकाता की जिम्मेदारी है। इन कार्यों के संपादन के लिए विशिष्ट बंदरगाह, हवाई अड्डे एवं थल मार्गों पर Quarantine के संस्थान स्थापित किए गए हैं।
चर्चा में क्यों
मगर कुछ समय से कोरोनावायरस के कारण यह शब्द काफी चर्चा में रहा, जिसके अंतर्गत अन्य देशों से आने वाले प्रत्येक मनुष्य को Quarantine किया गया, ताकि इस बीमारी को रोका जा सके। Quarantine के दौरान प्रभावित वायरस या खरपतवार को मेडिकल सुविधाओं की सहायता से समाप्त कर दिया जाता है।