आजादी के समय भारत बहुत पिछड़ा हुआ था। ब्रिटिश सरकार की हुकूमत के बाद भारत सरकार ने अपनी नीतियों का प्रसार करना प्रारंभ किया। जिसके अंतर्गत शहरीकरण के साथ-साथ ग्रामीण विकास पर भी ध्यान दिया गया। 1991 के बाद सरकार ने अपनी नीतियों में बड़ा बदलाव करते हुए कंप्यूटर और इंटरनेट को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जैसे कि सब जानते है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, जिसकी लगभग 60 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में निवास करती है और गांवों में चौपाल होना एक आम बात है, क्योंकि यहां सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं को बताने के साथ-साथ गांव की सभी समस्याओं को बताया जाता है। इसलिए –
गांव के लोगों को देश-दुनिया की जानकारी के साथ-साथ कृषि की पूरी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से पहुंचाने को ई-चौपाल कहते हैं। दूसरे शब्दों में, ई-चौपाल ग्रामीण किसानों के लिए इंटरनेट का उपयोग प्रदान करता है। यह ITC Ltd द्वारा भारत-आधारित व्यापार पहल है। जिसका उद्देश्य कृषि से संबंधित वस्तुओं की गुणवत्ता और किसानों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए, एक परिणाम के रूप में, सूचित और उन्हें सशक्त करने के लिए है।
ई-चौपाल की आवश्यकता क्यों पड़ी
चौपाल मतलब चार लोगों का इकट्ठा होकर बातें करना। हमारे देश में चौपाल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जहां पर गांव से संबंधित सारी समस्याओं को हल किया जाता है। जिसका मुखिया गांव का प्रधान होता है, जो जनता द्वारा चुना जाता है।
मगर, समय बदल गया है। इस समय लोगों के पास इतना समय नहीं है कि वे गांव में चौपाल पर बैठे। सभी लोग व्यस्त हो गए। लोगों के मन में एक दूसरे के प्रति जो व्यवहार था, वह खत्म हो गया। अब हर कोई एकल जीवन जीना चाहता है। गांव की समस्या अब गांव की नहीं रही, वह समस्या अब देश की समस्या हो गई है। इसलिए इन समस्याओं को समाप्त करने के लिए सरकार ने इंटरनेट पर चौपाल का निर्माण किया। जहां पर कोई भी व्यक्ति कृषि से संबंधित तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का घर बैठे लाभ उठा सकता है।
ई-चौपाल के लाभ
चौपाल के लाभ प्राचीन समय से ही थे। क्योंकि चौपाल एक संस्था थी, जो अपने आप में लोगों को बांधे रखती थी। जिसके कारण मुखिया द्वारा कही गई बात सभी लोगों को मान्य होती तथा चौपाल में बैठे सभी व्यक्ति एक दूसरे के प्रति अच्छा व्यवहार रखते थे। इसी प्रकार भारत देश में चौपाल का बहुत बड़ा रोल था। क्योंकि यहां न केवल कृषि से संबंधित बातें होती थी बल्कि गांव के विकास से संबंधित भी बातें होती थी।
वर्तमान समय में सरकार ने ई-चौपाल बनाकर लोगों द्वारा इकट्ठा करने का प्रयास किया है, ताकि वे अपनी समस्याओं को बता सकें तथा उन्हें हल कर सके। इस प्रकार ई-चौपाल के निम्नलिखित लाभ भी हैं।
- किसानों को कृषि के आधुनिक तरीके सिखाना
- हर गांव में इंटरनेट की सुविधा
- किसानों की आय को बढ़ाना
- कृषि से संबंधित दस्तावेज इंटरनेट पर उपलब्ध
- किसानों को देश-दुनिया से जोड़ना
- किसानों को कृषि से संबंधित कानूनों को बताना
- आधुनिक युग में बदलता ग्रामीण परिवेश
ई-चौपाल एक अच्छा प्लेटफार्म है, जहां पर कृषि से संबंधित सारी जानकारियां प्राप्त होती है। मगर इन सबके बावजूद ई-चौपाल गांव में इतनी अच्छी तरह से विकसित नहीं हो पाया। जिसके निम्नलिखित कारण है।
- ग्रामीण लोगों का अशिक्षित होना, जिसके कारण वें चौपाल का लाभ नहीं उठा पाते।
- सरकार द्वारा दिया गया कंप्यूटर और इंटरनेट गांव के प्रधान को दिया जाता है, जो उसे स्वयं के व्यापार या काम में लगाकर ग्रामीणों को ई-चौपाल के बारे में कोई भी जानकारी मुहैया नहीं कराता।
- अधिकतर किसान आज भी परंपरागत तरीके से खेती कर रहे हैं। वे आधुनिक कृषि से अनजान हैं।
- लोगों को इंटरनेट के बारे में कम जानकारी है, जिसके कारण वे ई-चौपाल से भी अनजान है।
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