‘मानसून’ का अर्थ | बाढ़ के कारण | बाढ़ नियंत्रण के उपाय | सूखे के कारण

मानसून का अर्थ मानसून शब्द की उत्पत्ति अरब भाषा के ‘मौसिम’ शब्द से हुई है, जिसका तात्पर्य ऋतु परिवर्तन है। मानसून मौसमी पवन है, जो वर्ष में 2 बार दिशा परिवर्तन करता है। यह 6 महीने दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर तथा अगले 6 महीने उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम की ओर प्रवाहित होता है। पहले को […]

‘मानसून’ का अर्थ | बाढ़ के कारण | बाढ़ नियंत्रण के उपाय | सूखे के कारण Read More »

Soil Erosion in Hindi | मृदा क्षरण का अर्थ | मृदा क्षरण के प्रकार | मृदा क्षरण के कारण

भारत विश्व के कुछ उन देशों में है, जहां मृदा क्षरण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। मृदा क्षरण को ‘रेंगती हुई मृत्यु’ कहा जाता है। मृदा क्षरण एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत अपरदन के दूत मृदा कणों को स्रोत से दूर ले जाते हैं, जिससे मृदा के मौलिक संरचनात्मक गुणों का हृास

Soil Erosion in Hindi | मृदा क्षरण का अर्थ | मृदा क्षरण के प्रकार | मृदा क्षरण के कारण Read More »

मृदा का अर्थ | मृदा के प्रकार | भारत की मिट्टियाँ

मृदा का अर्थ स्थलीय भूपटल की वह ऊपरी सतह मृदा है, जिसमें ऋतुक्षरित चट्टानों के महीन कण, हूमस, खनिज, जल, वायु और सूक्ष्म जीवाणु असंगठित अवस्था में पाए जाते हैं। मृदा विज्ञान का पिता दुकाचेव महोदय के अनुसार, मृदा पांच प्रमुख तत्व – जलवायु, पैठित चट्टाने, भूस्थलाकृति, वनस्पति एवं समय का गत्यात्मक मिश्रण है, जो

मृदा का अर्थ | मृदा के प्रकार | भारत की मिट्टियाँ Read More »

भारत के कितने प्रतिशत भाग पर वन है?

भारत में वनों का प्रतिशत क्षेत्रफल 24.39 प्रतिशत (2021 के अनुसार) है। भारत में विश्व के कुल वन का 1.85 प्रतिशत वन पाया जाता है, जबकि विश्व के समस्त क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत एवं जनसंख्या का 17 प्रतिशत भारत में पाया जाता है। इस तथ्य से स्पष्ट है कि जनसंख्या के अनुसार, भारत में वनों

भारत के कितने प्रतिशत भाग पर वन है? Read More »

Natural Vegetation in Hindi | प्राकृतिक वनस्पति | प्राकृतिक वनस्पति के प्रकार

प्राकृतिक वनस्पति का अर्थ प्राकृतिक वनस्पति पेड़-पौधों का पारिस्थितिक तंत्र है, जो समस्त विश्व को प्रकृति का उपहार है, अतः इसे हरा सोना कहा जाता है। ये पर्वत, वर्षा, पवनों, तापमान, नदियों एवं अनाच्छादन के कारकों को नियंत्रित व अनुशासित करती है, अतः इसे किसी प्रदेश की जलवायु का वास्तविक सूचक माना जाता है। भारत

Natural Vegetation in Hindi | प्राकृतिक वनस्पति | प्राकृतिक वनस्पति के प्रकार Read More »

Drainage area of India in Hindi | भारत का अपवाह प्रदेश | जल विभाजक के क्षेत्र

भारत में कई नदियां पाई जाती हैं। जिनके स्रोत क्षेत्र या तो हिमालय पर्वतीय क्षेत्र है या प्रायद्वीपीय पठार के पहाड़ी एवं पठारी क्षेत्र है। सामान्यता हिमालय प्रदेश से निकलने वाली नदियों का स्रोत हिमानी है। अतः यहां की नदियां सदावाहनी है। जबकि प्रायद्वीपीय पठार की नदियों का स्रोत वर्षा का जल या फिर पहाड़ी

Drainage area of India in Hindi | भारत का अपवाह प्रदेश | जल विभाजक के क्षेत्र Read More »

Physical Geography of India | Physical Geography of India in Hindi | भारत का प्राकृतिक प्रदेश एवं उच्चावच विशेषताएं

भारत को भू-आकृतिक दृष्टि से मुख्यत: चार भागों में बांटा जाता है। उत्तर का पर्वतीय प्रदेश मध्यवर्तीय मैदानी प्रदेश प्रायद्वीपीय पठारी प्रदेश तटवर्ती मैदान एवं द्वीपसमूह उत्तर का पर्वतीय प्रदेश : भारत के उत्तरी प्रदेश में स्थित लगभग 5 लाख वर्ग किमी क्षेत्र में पर्वतीय प्रदेश का विस्तार है। इसकी उत्पत्ति अल्पाइन व भू-संचालन के

Physical Geography of India | Physical Geography of India in Hindi | भारत का प्राकृतिक प्रदेश एवं उच्चावच विशेषताएं Read More »

Geological Structure of India | भारत की भूगर्भिक संरचना एवं उच्चावच

भारत विश्व के उन क्षेत्रों में से है। जहां विश्व की प्राचीनतम और आर्कियन काल की चट्टान से लेकर विश्व की नवीनतम एवं वर्तमान हेलोसीन काल की चट्टानें पाई जाती हैं। इसी कारण भारत की भूगर्भिक संरचना (Geological Structure of India) में पर्याप्त विभिन्नता पाई जाती है। भूगर्भीय संरचनात्मक विशेषताओं के आधार पर भारत को

Geological Structure of India | भारत की भूगर्भिक संरचना एवं उच्चावच Read More »

Scroll to Top
10 TYPES OF ROSES FOR YOUR LOVELY HOME OR GARDEN Benefits of Gulmohar Tree or Plant Some important facts about IRIS plant