सुनामी का अर्थ अन्त: सागरीय भूकंपों के कारण सागरीय जल में तीव्र वेग वाली ऊंची तरंगें या लहरें उत्पन्न होती हैं, जिसे सुनामी कहा जाता […]
भूकंप का अर्थ | भूकंप के प्रकार | विश्व में भूकंप के क्षेत्र
भूकंप का अर्थ भूपटल में होने वाले कंपन को भूकंप कहते हैं। भूकंप मुख्यत: आकस्मिक भू-संचलन की क्रिया का परिणाम है, जिसका संबंध पृथ्वी की […]
ज्वालामुखी का अर्थ | ज्वालामुखी के प्रकार | ज्वालामुखी क्रिया से संबंधित स्थलाकृतियां
ज्वालामुखी का अर्थ ज्वालामुखी क्रिया का तात्पर्य उस भूगर्भिक प्रक्रिया से है, जिसके अंतर्गत चट्टानी टुकड़े एवं लावा पदार्थ भूपटल की सतह पर ठोस रूप […]
चट्टान का अर्थ | चट्टानों के प्रकार | चट्टानों का वर्गीकरण
चट्टान का अर्थ पृथ्वी के भूपटल का निर्माण विभिन्न प्रकार की शैलों से हुआ है। शैलें खनिज पदार्थों के मिश्रण से निर्मित होती हैं। शैलों […]
Homeostasis in Hindi | समस्थिति क्या है | भू-संतुलन की संकल्पना
भू-पटल पर स्थित सभी आकृतियों एवं स्तंभों के बीच गहराई एवं घनत्व में भिन्नता के बावजूद स्थिरता एवं संतुलन बना रहता है। इस स्थिति को […]
भूसन्नति का अर्थ | भू-अभिनति का अर्थ | भूसन्नति के 6 प्रकार
भूसन्नति का अर्थ भूसन्नतियों को वर्तमान स्थलखंडों का उद्गमस्थल कहा जा सकता है। साधारण अर्थ में भूसन्नति से अभिप्राय जलपूर्ण-गर्त से लिया जाता है, जिनमें […]
अन्तर्जात बल | बहिर्जात बल | भ्रंश के प्रकार
भू-आकृतियों के विकास के नियंत्रण कारक (अन्तर्जात एवं बहिर्जात बल) पृथ्वी की सतह पर विभिन्न स्थलाकृतियों का विकास कुछ विशेष शक्तियों के प्रभाव के कारण […]
प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत | Plate Tectonic Theory in Hindi
प्लेट विवर्तनिकी एक ऐसा सिद्धांत है, जिसने भू-भौतिकी विज्ञान के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। इस सिद्धांत की मान्यता ने भू-संतुलन, पर्वत निर्माण, […]
Mahadwipiya Visthapan Siddhant | महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत
महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत वैगनर ने 1912 में दिया था वैगनर के पहले भी, स्नाईडर ने 1858 में महाद्वीपों के प्रवाह के संबंध में अपने विचार […]
भूपटल की उत्पत्ति तथा विकास | पृथ्वी की उत्पत्ति कैसे हुई थी?
पृथ्वी सतह से केंद्र की ओर कई से संकेन्द्रीय परतों विभाजित है, इन परतों का निर्धारण घनत्व एवं संरचनात्मक विभिनता के आधार पर किया गया […]
पृथ्वी की आंतरिक संरचना | पृथ्वी की भूगर्भिक संरचना का सामान्य वर्गीकरण
भूकंपीय तरंगों एवं सिस्मोग्राफ के गहन अध्ययन द्वारा भूगर्भिक संरचना को समझने में सहायता प्राप्त हुई है। विभिन्न भूकंपीय तरंगों की गति एवं पृथ्वी की […]
Internal Structure of the Earth in Hindi | पृथ्वी की आंतरिक संरचना | पृथ्वी की संरचना
पृथ्वी की आंतरिक संरचना में पर्याप्त विविधता पाई जाती है। यह विभिन्नता पदार्थों की संरचना, पदार्थों की अवस्था, घनत्व तथा पाए जाने वाले विभिन्न तत्वों […]
‘मानसून’ का अर्थ | बाढ़ के कारण | बाढ़ नियंत्रण के उपाय | सूखे के कारण
मानसून का अर्थ मानसून शब्द की उत्पत्ति अरब भाषा के ‘मौसिम’ शब्द से हुई है, जिसका तात्पर्य ऋतु परिवर्तन है। मानसून मौसमी पवन है, जो […]
Soil Erosion in Hindi | मृदा क्षरण का अर्थ | मृदा क्षरण के प्रकार | मृदा क्षरण के कारण
भारत विश्व के कुछ उन देशों में है, जहां मृदा क्षरण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। मृदा क्षरण को ‘रेंगती हुई मृत्यु’ कहा […]
मृदा का अर्थ | मृदा के प्रकार | भारत की मिट्टियाँ
मृदा का अर्थ स्थलीय भूपटल की वह ऊपरी सतह मृदा है, जिसमें ऋतुक्षरित चट्टानों के महीन कण, हूमस, खनिज, जल, वायु और सूक्ष्म जीवाणु असंगठित […]
भारत के कितने प्रतिशत भाग पर वन है?
भारत में वनों का प्रतिशत क्षेत्रफल 24.39 प्रतिशत (2021 के अनुसार) है। भारत में विश्व के कुल वन का 1.85 प्रतिशत वन पाया जाता है, […]
Natural Vegetation in Hindi | प्राकृतिक वनस्पति | प्राकृतिक वनस्पति के प्रकार
प्राकृतिक वनस्पति का अर्थ प्राकृतिक वनस्पति पेड़-पौधों का पारिस्थितिक तंत्र है, जो समस्त विश्व को प्रकृति का उपहार है, अतः इसे हरा सोना कहा जाता […]
Drainage area of India in Hindi | भारत का अपवाह प्रदेश | जल विभाजक के क्षेत्र
भारत में कई नदियां पाई जाती हैं। जिनके स्रोत क्षेत्र या तो हिमालय पर्वतीय क्षेत्र है या प्रायद्वीपीय पठार के पहाड़ी एवं पठारी क्षेत्र है। […]
Physical Geography of India | Physical Geography of India in Hindi | भारत का प्राकृतिक प्रदेश एवं उच्चावच विशेषताएं
भारत को भू-आकृतिक दृष्टि से मुख्यत: चार भागों में बांटा जाता है। उत्तर का पर्वतीय प्रदेश मध्यवर्तीय मैदानी प्रदेश प्रायद्वीपीय पठारी प्रदेश तटवर्ती मैदान एवं […]
Geological Structure of India | भारत की भूगर्भिक संरचना एवं उच्चावच
भारत विश्व के उन क्षेत्रों में से है। जहां विश्व की प्राचीनतम और आर्कियन काल की चट्टान से लेकर विश्व की नवीनतम एवं वर्तमान हेलोसीन […]